काठगोदाम पहुंचा कैलाश मानसरोवर तीर्थयात्रियों का पहला जत्था
मंगलवार को कैलाश मानसरोवर तीर्थयात्रियों का पहला जत्था काठगोदाम पहुंच गया है, जहां कुमाऊं मंडल विकास निगम (केएमवीएन) ने परंपरागत ढंग से उनका स्वागत किया। केएमवीएन के महाप्रबंधक टी एस मर्तोलिया ने...
मंगलवार को कैलाश मानसरोवर तीर्थयात्रियों का पहला जत्था काठगोदाम पहुंच गया है, जहां कुमाऊं मंडल विकास निगम (केएमवीएन) ने परंपरागत ढंग से उनका स्वागत किया।
केएमवीएन के महाप्रबंधक टी एस मर्तोलिया ने बताया कि कैलाश तीर्थयात्रियों का पहला जत्था दिल्ली से सुबह में रवाना हुआ और अपराह्नन में हल्द्वानी के काठगोदाम पहुंचा। इस दल में कुल 59 श्रद्धालु शामिल हैं जिनमें 17 महिलायें हैं। यात्रियों में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र और पंजाब सहित अन्य राज्यों के श्रद्धालु शामिल हैं।
श्रद्धालुओं में कैलाश के दर्शन को लेकर गजब का उत्साह देखने को मिला। तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे ने जैसे ही देवभूमि उत्तराखंड की धरती में कदम रखा, तो श्रद्धालुओं ने बम-बम भोले के नारे लगाने शुरू कर दिये। यात्रा संचालित करने वाली एजेंसी केएमवीएन ने श्रद्धालुओं का पारंपरिक तरीके से स्वागत किया। निगम की ओर से श्रद्धालुओं को जंगलों का राजा बुरांश का जूस पिलाया गया और उन्हें स्थानीय व्यंजन परोसे गये। इसके बाद दल पहले पड़ाव अल्मोड़ा के लिये रवाना हो गया।
निगम के साहसिक पर्यटन प्रबंधक जी एस मनराल के अनुसार तीर्थयात्रियों का जत्था बुधवार को सुबह अपने अगले पड़ाव धारचूला के लिये रवाना हो जाएगा। धारचूला कैलाश यात्रा का अंतिम आधार शिविर है। यहां से लखनपुर तक वाहन में सफर करने के बाद यात्रा का दुरूह पैदल सफर शुरू हो जाएगा।