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उत्तराखंड भर्ती घोटाले में 11 लोगों पर मुकदमा, जानें कौन है मास्टरमाइंड

फॉरेस्ट गार्ड भर्ती के लिए रविवार को हुई परीक्षा का सौदा नकल माफिया ने 5-5 लाख रुपये में तय किया था। इस मामले में मंगलवार को मंगलौर में आठ, पौड़ी में 3 लोगों पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।...

उत्तराखंड भर्ती घोटाले में 11 लोगों पर मुकदमा, जानें कौन है मास्टरमाइंड
लाइव हिन्दुस्तान टीम, देहरादूनWed, 19 Feb 2020 10:37 AM
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फॉरेस्ट गार्ड भर्ती के लिए रविवार को हुई परीक्षा का सौदा नकल माफिया ने 5-5 लाख रुपये में तय किया था। इस मामले में मंगलवार को मंगलौर में आठ, पौड़ी में 3 लोगों पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इससे पहले सोमवार को देहरादून में भी एसटीएफ ने नारसन (रुड़की) के कोचिंग सेंटर संचालक समेत दो लोगों पर पेपर लीक करने का मुकदमा दर्ज किया था।
ब्लूटूथ डिवाइस का प्रयोग किया गया: मंगलौर में कुआंहेड़ी गांव के आलोक हर्ष पुत्र शिवलोक ने तहरीर में बताया कि 16 फरवरी की फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा के लिए वह गुरुकुल नारसन के ओजस कैरियर इंस्टीट्यूट से कोचिंग ले रहा था। इस सेंटर के संचालक मुकेश सैनी ने उसे चार लाख रुपये चुकाने पर पेपर उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। आलोक ने तहरीर में बताया कि सैनी ने उसके दोस्त कपिल से भी चार लाख मांगे थे और खुद कपिल ने उससे यह बात कही थी। ऐसे में उन्होंने भरोसा करके एक लाख रुपये मुकेश सैनी को दे दिए। इस पर मुकेश ने उसे बताया कि कपिल सुबह की पाली में ब्लूटूथ डिवाइस लेकर जाएगा, इसके बाद दूसरी पाली में वही ब्लूटूथ डिवाइस उसे उपलब्ध कराई जाएगी। इसके जरिये पेपर हल करवाया जाएगा। यह ब्लूटूथ डिवाइस कपिल ने ही उसे परीक्षा केंद्र के बाहर देनी थी। मगर, इंतजार के बावजूद वहां कोई नहीं आया और आलोक की परीक्षा भी छूट गई। आलोक ने आरोप लगाया कि एक पूरा गिरोह बेरोजगारों से इसी तरह ठगी करता है। इस गिरोह में सैनी के अलावा कई कोचिंग संचालक भी शामिल हैं।

पौड़ी में हरिद्वार के तीन आरोपियों पर मुकदमे 
फॉरेस्ट गार्ड भर्ती मामले में पौड़ी कोतवाली पुलिस ने हरिद्वार के तीन लोगों पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। बूढ़पुर जट्ट थाना मंगलौर रुड़की निवासी गोपाल सिंह ने नारसनकलां के पंकज, मोहम्मदपुर के संजय, थिथकी के सौरभ के खिलाफ तहरीर दी थी। उनका आरोप है कि इन तीनों ने उनके बेटे को भर्ती परीक्षा में पास कराने का भरोसा दिया था। इसके लिए पांच लाख रुपये भी चुकाने की बात हुई। आरोपियों से मुलाकात एक रिश्तेदार के जरिये हुई थी। शिकायतकर्ता की तहरीर में यह जिक्र नहीं है कि आरोपियों को पैसा दिया गया या नहीं। वहीं, कोतवाली पुलिस ने आरोपियों पर मुकदमा दर्ज करते हुए एसआई विजेंद्र नेगी को जांच सौंप दी है।

मंगलौर में इन पर दर्ज किया गया है मुकदमा
ओजस कैरियर कोचिंग इंस्टीट्यूट के संचालक मुकेश सैनी निवासी हरचंदपुर हाल-गुरुकुल नारसन, ज्ञान आईएएस कोचिंग के संचालक कुलदीप राठी, गुरुवचन और हाकम सिंह, नारसनकलां निवासी पंकज, अश्वनी और बूढ़पुर जट्ट के सुधीर और अशोक पर भी मुकदमा दर्ज किया गया है। हाकम भी कोचिंग सेंटर का संचालक है। मंगलौर के इंस्पेक्टर प्रदीप चौहान के अनुसार, मामले की जांच की जा रही है।

सैनी है मास्टरमाइंड 
इस मामले में कोचिंग सेंटर का संचालक मुकेश सैनी मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। देहरादून और मंगलौर में उस पर मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। पुलिस ने बताया, मुकेश पर पहले भी एसएससी परीक्षा में नकल कराने का आरोप था।


 

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