श्रद्धा हत्याकांड की तरह थी प्लानिंग! दोस्त के मर्डर के बाद दो दिन शव के साथ रहा परिवार, मां समेत तीन भाई गिरफ्तार
उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के रुड़की स्थित भगवानपुर में हरिद्वार पुलिस ने नितिन भंडारी हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने मां समेत तीन भाईयों को गिरफ्तार कर लिया है। एक नाबालिग है।
उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के रुड़की स्थित भगवानपुर में हरिद्वार पुलिस ने नितिन भंडारी हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। आरोपियों से घरेलू सामान, बुलेट और 1.10 लाख रुपये और जरूरी कागजात बरामद किए हैं। आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।
सिविल लाइंस कोतवाली में एसएसपी अजय सिंह ने सोमवार को भगवानपुर में हुए फैक्ट्रीकर्मी हत्याकांड का प्रेस वार्ता में खुलासा किया। उन्होंने बताया कि नितिन भंडारी (35) निवासी चौडिक थाना पौड़ी चौकी पाबौ तहसील पौड़ी गढ़वाल का पिछले सप्ताह चांद कॉलोनी के एक कमरे से शव बरामद किया था।
सिर पर चोट के निशान थे और हत्या के बाद शव को टंकी में छिपाया था। मकान मालिक ने वारदात की सूचना पुलिस तक पहुंचाई थी। पुलिस ने मकान में रहने वाले परिवार को ढूंढ निकाला। प्लॉट की रकम को लेकर नितिन और नौशाद में 2 दिसम्बर को कमरे पर विवाद हुआ था।
पुलिस ने बताया कि नौशाद और नितिन दोस्त थे। नौशाद ने प्लॉट खरीदने के लिए नितिन से ढाई लाख की रकम उधार ली थी। इसी रकम को वापिस मांगने नितिन नौशाद के घर गया था। उस दौरान नौशाद और उसके भाई आजाद से पैसे मांगने को लेकर नितिन की हाथापाई हो गई।
हाथापाई में नौशाद ने नितिन के गले में गमछा डालकर गला घोंटने का प्रयास किया। साथ ही जमीन पर पटकर नितिन को मार दिया था। इस दौरान नौशाद की मां और छोटा नाबालिग भाई दूसरे कमरे में थे। आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि हत्या के बाद सभी ने शव को ठिकाने लगाने के लिए बाजार से अनाज की टंकी खरीदी और उसमे शव को डालकर छिपा दिया था।
इसके बाद आरोपी वहां से फरार हो गए। मामले में पुलिस ने गुलशन बेगम पत्नी जफर, आजाद पुत्र जफर, नौशाद पुत्र जफर निवासी धमेडा अड्डा वार्ड न. 32 थाना कोतवाली नगर बुलन्दशहर और नाबालिग पुत्र को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से गैस सिलेंडर , फ्रीज, बुलेट, 1.10 लाख रुपये, फोन, पैन कार्ड, मृतक का पर्स, एटीएम कार्ड, पैन कार्ड और आधार कार्ड बरामद किया।
दो दिन शव के साथ रहा परिवार
नितिन की हत्या के बाद मां गुलशन बेगम, आजाद, नौशाद और नाबालिग छोटा वही रहे। शव को अनाज की टंकी में छिपा कर रखा गया था। ताकि कोई घर कोई आए तो किसी को हत्या कर शव छिपाने का शक न हो सके। दो दिन तक नितिन के शव के साथ परिवार रहा।
मकान मालिक के आने पर प्लानिंग चौपट
मकान मालिक नौशाद के कमरे पर आ रहा था। परिवार की नजर पड़ी तो वह बाहर आ गया और कमरे का ताला लगा दिया। बताया कि कमरे में कुछ सामान अभी बचा हुआ है। वह कमरा शिफ्ट कर रहे हैं। अनाज की टंकी छोड़कर बाकी सब सामान परिवार लोडर से बुलंदशहर लेकर रवाना हो गया। मकान मालिक के आने पर उनकी प्लानिंग बिगड़ गई।
टीम को 25 हजार का इनाम
एसएसपी अजय सिंह की ओर से फैक्ट्रीकर्मी नितिन भंडारी हत्याकांड़ के खुलासे में शामिल पुलिसकर्मियों को 25 हजार का इनाम देने की घोषणा की। पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की एसएसपी ने पीठ थपथपाकर शाबाशी दी है।
यह रहे पुलिस टीम में शामिल
इंस्पेक्टर भगवानपुर अमरजीत सिंह, थाना प्रभारी झबरेड़ा संजीव थपलियाल, उपनिरीक्षक लोकपाल परमार, जयवीर सिंह, कर्मवीर सिंह, शैलेन्द्र ममगांई, प्रवीण बिष्ट, दीपक चौधरी, महिला उपनिरीक्षक अंजना चौहान, मनसा ध्यानी, हेड कांस्टेबल गीतम सिंह, नूरआलम, हिमाशु चौधरी, सचिन कुमार, प्रमोद कुमार, उबैद उल्ला, संजय सिंह, हरदयाल, सीमा, अक्षय कुमार, अनिल चौहान, सीआईयू प्रभारी (हरिद्वार) नरेन्द्र सिंह बिष्ट, सीआईयू प्रभारी (रुड़की) जहांगीर अली, एसआई रणजीत तोमर, एएसआई अहसान, सुरेश रमोला, अशोक कुमार, कपिल देव, रविन्द्र खत्री, महिपाल तोमर, नितिन कुमार और वसीम शामिल रहे।
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