आपदा पीड़ितों की नहीं जाएगी जान-मिलेगी हर मदद, सीएम धामी ने बताया बचाव का प्लान
आपदा सुरक्षा कार्यों में धन की कमी आड़े नहीं आएगी। मुख्यमंत्री ने तोली गांव में आपदा में मां-बेटी की मौत पर गहरी संवेदना व्यक्त कर परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। कारगर प्लान बनाया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को टिहरी के राजकीय इंटर कॉलेज विनकखाल में बनाए गए अस्थाई राहत शिविर में आपदा प्रभावितों से मुलाकात की। उन्होंने बच्चों, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों, विकलांगों के लिए भी उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने आपदा की इस घड़ी में जनप्रतिनिधियों को भी हर संभव मदद करने को कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में केंद्र और राज्य सरकार प्रभावितों के साथ खड़ी है। तिनगढ़ गांव के विस्थापन की कार्रवाई शुरू हो गई है। अन्य गांव का सर्वे कर योजना बनाई जाएगी।
आपदा से क्षतिग्रस्त सुरक्षा दीवार, स्कूल, पुल, तटबंध आदि कार्यों को शीघ्रता से किया जाएगा। आपदा सुरक्षा कार्यों में धन की कमी आड़े नहीं आएगी। मुख्यमंत्री ने तोली गांव में आपदा में मां-बेटी की मौत पर गहरी संवेदना व्यक्त कर परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि तिनगढ़ गांव के पुनर्वास/विस्थापन के लिए भूगर्भीय सर्वे कर लिया गया है तथा सैद्धान्तिक स्वीकृति मिल चुकी है। भूमि चिन्हीकरण की कार्रवाई की जा रही है। कोट के 28 परिवारों के विस्थापन की कार्रवाई चल रही है। तिनगढ़ के 100 पशुओं के लिए अस्थाई गोशाला का चिन्हीकरण कर लिया गया है।
प्रभावितों ने की जल्द पुनर्वास की मांग
प्रभावितों ने मुख्यमंत्री से जल्द पुनर्वास की मांग की। उन्होंने कहा कि वे रात-रात सो नहीं पा रहे है। प्रभावितों ने कहा कि बूढ़ाकेदार क्षेत्र में हुए नुकसान को दैेवीय आपदा घोषित कर युद्ध स्तर पर राहत कार्य किए जाएं। कोट गांव के एक प्रभावित ने कहा कि सालों से गांव में भूस्खलन हो रहा है। वहां ट्रीटमेंट की जरूरत है।