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नगर निगम डेयरियों के गोबर से बनाएगा बिजली, जानिए कैसे

ओएनजीसी के सहयोग से नगर निगम देहरादून में गोबर गैस प्लांट लगाएगा। प्लांट से 13 हजार केवी बिजली  उत्पादन किया जाएगा। प्लांट के लिए जमीन देने से जुड़ा प्रस्ताव नगर निगम की बोर्ड बैठक में पारित कर...

नगर निगम डेयरियों के गोबर से बनाएगा बिजली, जानिए कैसे
लाइव हिन्दुस्तान टीम, देहरादूनTue, 04 Jun 2019 01:27 PM
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ओएनजीसी के सहयोग से नगर निगम देहरादून में गोबर गैस प्लांट लगाएगा। प्लांट से 13 हजार केवी बिजली  उत्पादन किया जाएगा। प्लांट के लिए जमीन देने से जुड़ा प्रस्ताव नगर निगम की बोर्ड बैठक में पारित कर दिया गया है। मेयर ने अधिकारियों को जमीन चिह्नित करने के निर्देश दिए हैं। शहर में गाय-भैंस की डेयरियों की संख्या 250 से अधिक हैं। डेयरियों से लगातार गोबर को नाली में बहाने की शिकायतें नगर निगम में मिलती हैं। इससे नाली चोक होने के साथ ही आसपास दुर्गंध फैलती है। गोबर के निस्तारण की शहर में कोई ठोस व्यवस्था नहीं है। नालियों में गोबर बहाने पर डेयरी संचालकों का चालान किया जाता है। नगर निगम की बोर्ड बैठक में अपर नगर आयुक्त नीरज जोशी ने मौजूद पार्षदों को बताया कि ओएनजीसी के सीएसआर फंड में दस करोड़ रुपये इस प्लांट को लगाने के लिए दिए जाएंगे, जो कंपनी प्लांट का संचालन करेगी, उसी के कर्मचारी डेयरी से गोबर प्लांट तक पहुंचाएंगे। इससे बिजली बनेगी। उम्मीद है कि साढ़े चार साल में बिजली बेचकर इस प्लांट की कीमत भी वसूल कर दी जाएगी। सबसे पहले नथुवावाला वार्ड को जीरो वेस्ट वार्ड बनाया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के लिए क्षेत्र में 32000 वर्ग फीट जमीन किराये पर लेने का प्रस्ताव बोर्ड बैठक में पास किया गया। फीड बैक फाउंडेशन के जरिए जीरो वेस्ट प्लांट लगाया जाएगा। वार्ड का  कूड़ा संस्था के जरिए निस्तारित किया  जाएगा। 

अंबिकापुर मॉडल पर होगा काम
कूड़े के निस्तारण से जुड़े काम को छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर मॉडल की तर्ज पर अपनाया जाएगा। शहर के छोटे वार्ड में स्वयं सहायता समूह बनाए जाएंगे। इनके सदस्य रिक्शा वाहन के जरिए घरों का कूड़ा जमा करेंगे और निस्तारण क्षेत्र में ही किया जाएगा। प्रत्येक समूह को नगर निगम पांच हजार रुपये प्रतिमाह देगा। यह समूह कूड़े से खाद बनाकर आय हासिल कर सकेगा। इसके लिए हरभजवाला, कुल्हान करनपुर और मक्कावाला में जमीन चिह्नित कर दी गई है।


 

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