शर्मनाक: मिठाई का लालच देकर हैवान बना दुकानदार, दलित बच्ची से किया दुष्कर्म
महीने भर पहले क्षेत्र के एक गांव में कुर्सी में बैठकर खाना खाने पर दलित युवक की हत्या की घटना को लोग भूले भी नहीं थे कि अब क्षेत्र के ही एक गांव में एक दुकानदार ने नौ साल की दलित लड़की को हवस का शिकार...
महीने भर पहले क्षेत्र के एक गांव में कुर्सी में बैठकर खाना खाने पर दलित युवक की हत्या की घटना को लोग भूले भी नहीं थे कि अब क्षेत्र के ही एक गांव में एक दुकानदार ने नौ साल की दलित लड़की को हवस का शिकार बना डाला। मासूम को घायल अवस्था में दून रेफर किया गया। आरोपी दुकानदार को कैम्पटी के पास से गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के मुताबिक, दुराचार की शिकार जौनपुर ब्लॉक के एक गांव की यह बच्ची गुरुवार सुबह 11 बजे दुकान पर आइसक्रीम लेने गई थी। आरोप है कि दुकानदार विपिन पंवार (32 वर्ष) उसे अपने कमरे में ले गया और दुष्कर्म किया। बाद में रोते-बिलखते घर पहुंची बच्ची ने मां को आपबीती सुनाई। बच्ची की हालत बिगड़ने पर परिजन उसे नैनबाग अस्पताल ले गए। यहां डॉक्टर ने उसे दून रेफर कर दिया। बच्ची के पिता ने कैम्पटी थाने में आरोपी विपिन पंवार के खिलाफ पोक्सो, एससी-एसटी ऐक्ट के तहत केस दर्ज करवा दिया। एसओ कैम्पटी एमएल जखमोला ने बताया कि आरोपी के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है।
जिस बाप की उम्र के दुकानदार को आने-जाने के दौरान बच्ची नमस्ते कर निकलती थी, वह ही बच्ची के लिए हैवान बन बैठा। दो बच्चों के बाप ने हैवानियत की सारी हदें पार कर उसकी अस्मत को तार-तार कर दिया। समाज को शर्मसार कर देने वाली इस घटना के बाद नैनबाग से लेकर देहरादून तक लोगों में गम और गुस्से का आलम है। बच्ची के साथ दरिंदगी के बाद से मां और बच्ची दोनों बिल्कुल खामोश हैं। उनकी आंखों में नमी और दिल में गुस्से का गुबार भरा है। दून महिला अस्पताल मेंँँ बच्ची की मां और उसके मामा ने रुंधे गले से हिन्दुस्तान से बच्ची से हुई दरिंदगी की दास्तां बयां की। उन्होंने बताया कि बच्ची के पिता गांव में ही छोटी खेतीबाड़ी करते हैं। गुरुवार को बच्ची के पिता गांव में ही किसी काम से गये थे और मां खेत पर गई हुई थी। कक्षा-5 में पढ़ने वाली उनकी मासूम बिटिया अपनी ड्रेस धोने के लिए घर के पास ही लगे हैंडपंप पर जा रही थी। इसी बीच विपिन की दुकान पर वह कुछ लेने के लिए रुक गई। वहां पर आरोपी ने बच्ची से पहले मम्मी-पापा के बारे में पूछा कि दोनों कहां है। उसके बाद मिठाई का लालच देकर वह दुकान के बराबर वाले कमरे में बच्ची को ले गया और मुंह में कपड़ा ठूंसकर हैवानियत की सारी हदें पार की।
घर आकर बताया, मम्मी मेरे पेट में दर्द हो रहा है
दोपहर के बाद परिजन जब घर पहुंचे तो बच्ची ने अपनी मां को कहा कि उसके पेट में दर्द हो रहा है। जिस पर मां ने उससे पूछताछ की तो बच्ची ने दुकान वाले अंकल के द्वारा उसके साथ गंदा काम किये जाने की जानकारी दी। जिसके बाद दुकानदार के परिजनों को घटना की जानकारी दी गई। आरोपी के परिजनों ने भी घटना दबाने का प्रयास किया। पूरे दिन गांव में ही पीड़ितों को घुमाए रखा।
दुष्कर्मी को हो फांसी
पांचवीं कक्षा में पढ़ने वाली मासूम बच्ची से दुष्कर्म की घटना से हर कोई आक्रोशित था। दून महिला अस्पताल में जुटी भीड़ को देखकर यहां आने वाले अन्य मरीजों के तीमारदार रूक जाते। हर किसी की जबान से बस यहीं लफ्ज निकलते कि ऐसे दरिंदे को फांसी से कम सजा नहीं होनी चाहिये। लोगों में घटना को लेकर भारी रोष देखा गया। बच्ची के परिजनों को मुआवजा भी दिया जाए।
मैं तो दे दूंगा इस्तीफा
घटना के बाद कैंपटी क्षेत्र के सरताली के बीडीसी सदस्य और भाजपा नेता संदीप खन्ना भी अस्पताल पहुंचे। दलितों के साथ लगातार हो रही घटनाओं से वह बेहद आहत दिखाई दिये। उन्होंने कहा कि वह क्षेत्र पंचायत सदस्य के पद से इस्तीफा दे देंगे। क्योंकि पुलिस दलितों की सुरक्षा के लिए कोई काम नहीं कर रही है। वह जिला प्रशासन को अपना इस्तीफा सौंप देंगे।
बच्ची से लोगों के बात करने पर दरोगा को डांटा
शुक्रवार सुबह करीब 11:30 बजे कुछ लोग बच्ची के मेडिकल परीक्षण के बाद बच्ची और उसकी मां से बात करने लगे। उनकी वीडियो भी बनाने लगे। जिस पर वहां पहुंचे एक पुलिस अधिकारी ने वहां खड़े एक दारोगा को डांटा। कहा कि तुम्हे दिख नहीं रहा है क्या। तब उसी समय अस्पताल पहुंचीं महिला अधिकारी ने दोनों को अपने साथ ले जाकर लेबर रूम में बैठाया।