एक्टिव केसों के मामलों में उत्तराखंड की हालत चिंताजनक,जानिए देशभर में रैंकिंग
कोरोना संक्रमण से मौतों के बाद सक्रिय मरीजों की संख्या के मामले में भी उत्तराखंड हिमालयी राज्यों में सबसे आगे पहुंच गया है। नौ पहाड़ी राज्यों में प्रति लाख 771 सक्रिय केस के साथ ही उत्तराखंड...
कोरोना संक्रमण से मौतों के बाद सक्रिय मरीजों की संख्या के मामले में भी उत्तराखंड हिमालयी राज्यों में सबसे आगे पहुंच गया है। नौ पहाड़ी राज्यों में प्रति लाख 771 सक्रिय केस के साथ ही उत्तराखंड पहले नंबर है। राष्ट्रीय स्तर पर उत्तराखंड सातवें पायदान पर पहुंच चुका है। राज्य में कोरोना संक्रमण की यह स्थिति बेहद चिंताजनक होती जा रही है। सरकार के लाख दावों के बावजूद संक्रमण की स्थिति में सुधार होता नजर नहीं आ रहा है। राज्यभर में नए मरीजों की संख्या में भी लगाम नहीं लग रही है और न ही मौतों का सिलसिला थमने का नाम ले रहा है।
विशेषज्ञों का कहना है कि, संक्रमण को कम करने के लिए सरकार को स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के साथ लॉकडाउन जैसे कड़े कदम उठाने होंगे। सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटी फाउंडेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल के अनुसार, सक्रिय केस की तुलना 2011 की जनसंख्या के आंकड़ों के आधार पर की गई है। प्रति लाख जनसंख्या के आधार पर पर्वतीय राज्यों में उत्तराखंड में मौत और संक्रमण की स्थिति ज्यादा चिंताजनक है। सरकार को इसे गंभीरता से लेते हुए रणनीति तैयार करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आम लोग भी कोविड-19 प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करें।
2011 की जनसंख्या के आंकड़ों के आधार पर की गई सक्रिय केस की तुलना वर्तमान स्थिति
राज्य केस
उत्तराखंड 771
हिमाचल 573
सिक्किम 478
मणिपुर 195
मिजोरम 185
नागालैंड 165
अरुणाचल 150
असम 136
मेघालय 113
त्रिपुरा 100
(सक्रिय केस प्रति लाख)
नेशनल रैंकिंग: एक्टिव केस
गोवा 01
लक्षद्वीप 02
केरल 03
पुडुचेरी 04
कर्नाटक 05
चंडीगढ़ 06
उत्तराखंड 07
हिमाचल 08
लद्दाख 09
दिल्ली 10
कोरोना रोकथाम को सरकार कदम उठा रही है। वायरस की चेन तोड़ने के लिए कफ्र्यू लगाया गया है। हर व्यक्ति को मुफ्त वैक्सीनेशन के लिए सरकार विदेश से वैक्सीन का आयात करने की तैयारी कर रही है। कोरोना से जंग को जनसहयोग से ही जीता जा सकता है। सभी लोग बेवजह घरों से न निकलें, मास्क पहनें, सोशल डिस्टेंसिंग रखें।
सुबोध उनियाल, सरकारी प्रवक्ता