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अब नहीं होगा पढ़ाई का नुकसान,बारहवीं तक सभी छात्रों को मिलेंगी मुफ्त किताबें 

उत्तराखंड में कक्षा नौ से बारह तक के सभी वर्गों के छात्र-छात्राओं को मुफ्त किताबें दी जाएंगी। यह व्यवस्था अगले वर्ष से लागू होगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान यह...

अब नहीं होगा पढ़ाई का नुकसान,बारहवीं तक सभी छात्रों को मिलेंगी मुफ्त किताबें 
हिन्दुस्तान टीम, देहरादूनWed, 22 Sep 2021 11:56 AM

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उत्तराखंड में कक्षा नौ से बारह तक के सभी वर्गों के छात्र-छात्राओं को मुफ्त किताबें दी जाएंगी। यह व्यवस्था अगले वर्ष से लागू होगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान यह घोषणा की। राज्य में अभी केवल आरक्षित वर्ग के छात्रों को मुफ्त किताबें दी जाती हैं। साथ ही कक्षा एक से आठ तक के छात्रों को पहले से ही समग्र शिक्षा अभियान के तहत मुफ्त किताबें मिलती आ रही हैं। 

मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि सरकारी स्कूलों के 12वीं की बोर्ड परीक्षा के 100 टॉपर्स को उच्च शिक्षा की तैयारी के लिए छात्रवृत्ति दी जाएगी। मैदानी क्षेत्र की कक्षा नौ की छात्राओं को साइकिल व पर्वतीय क्षेत्र की छात्राओं को 2850 रुपये की धनराशि के वितरण का प्रस्ताव भी शीघ्र तैयार करने के निर्देश भी दिए। बैठक में प्रधानाचार्यों की कमी का मामला सामने आने पर उन्होंने इसे दूर करने के निर्देश दिए।  सीएम ने एक परिसर में संचालित स्कूलों के एकीकरण के प्रस्ताव जल्द हल करने को डीजी-शिक्षा की अध्यक्षता में टास्क फोर्स बनाने को कहा।

बैठक में सचिव शिक्षा राधिका झा शिक्षा विभाग की विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय, मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु, अपर मुख्य सचिव आनन्दबर्द्धन, डीजी-शिक्षा बंशीधर तिवारी, माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीमा जौनसारी, बेसिक शिक्षा निदेशक रामकृष्ण उनियाल, अपर निदेशक एसपी खाली आदि मौजूद रहे।

अंग्रेजी-कंप्यूटर के गेस्ट टीचर भर्ती होंगे
सरकार ने सरकारी स्कूलों में छात्र-छात्राओं को अंग्रेजी और कंप्यूटर में दक्ष बनाने के लिए अहम निर्णय किया है। इसके तहत कार्यरत शिक्षकों से इतर व्यवस्था के तहत अंग्रेजी और कंप्यूटर में महारथ रखने वाले युवाओं को गेस्ट टीचर के रूप मे नियुक्त किया जाएगा। इससे जहां नियमित शिक्षकों पर अतिरिक्त दबाव नहीं पड़ेगा। वहीं छात्रों को अपने शैक्षिक और व्यावहारिक ज्ञान को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।

शिक्षकों को अच्छा वेतन और सुविधाएं मिलने के बावजूद शिक्षा में गुणात्मक सुधार की कमी का प्रश्न हम सबके सामने हैं। हमें इस पर चिंतन करना होगा। शिक्षा की बेहतरी को सभी को पूरे मनोयोग से प्रयास करने होंगे।
पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री

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