Hindi Newsउत्तराखंड न्यूज़Closed road and system negligence took the life of a newborn

बंद सड़क और सिस्टम की लापरवाही ने नवजात की गई जान

कालसी ब्लॉक के रिखाड़ गांव निवासी अमित चौहान की पत्नी आशा ने शुक्रवार सुबह सीएचसी साहिया में नवजात को जन्म दिया था। डिलीवरी नॉर्मल हुई थी। जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ थे।

Himanshu Kumar Lall सहिया, हिन्दुस्तान, Sun, 28 July 2024 07:37 AM
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बंद सड़क और सिस्टम की लापरवाही ने नवजात की गई जान 

बदहाल स्वास्थ्य सेवाएं और खराब सड़कें जौनसार बावर क्षेत्र के लोगों पर भारी पड़ रही हैं। सिस्टम की इसी लापरवाही के चलते शनिवार को साहिया में एक नवजात की जान चली गई। अस्पताल में बच्चे की तबीयत खराब होने पर नर्स ने विकासनगर में बाल रोग विशेषज्ञ को दिखाने का सुझाव दिया।

लेकिन विकासनगर का मार्ग जजरेट में बंद होने के कारण परिजन बच्चे को समय पर विकासनगर नहीं पहुंचा सके। इस कारण बच्चे ने रास्ते में दम तोड़ दिया। कालसी ब्लॉक के रिखाड़ गांव निवासी अमित चौहान की पत्नी आशा ने शुक्रवार सुबह सीएचसी साहिया में नवजात को जन्म दिया था। डिलीवरी नॉर्मल हुई थी।

जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ थे। शनिवार सुबह पिता को बच्चे का स्वास्थ्य ठीक नहीं लगा। बच्चा दूध नहीं पी रहा था और बुखार भी था। रूटीन चेकिंग के दौरान स्टाफ नर्स ने बच्चे को देखा तो बच्चे को बुखार था। स्टाफ नर्स ने कहा कि यहां कोई बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर नहीं है। इसलिए विकासनगर किसी बाल विशेषज्ञ को दिखाएं।

इसके बाद अमित और उनकी पत्नी बच्चे को लेकर विकासनगर निकल गए। पर, शनिवार सुबह भारी बारिश के चलते जजरेट के पास रास्ता बंद था। वह बीच रास्ते में फंस गए। साहिया से विकासनगर जा रहे सतपाल चौहान, सुनील सिंह बिष्ट ने जजरेट के पास महिला को रोते हुए देखा।

उन्होंने दोनों पति-पत्नी और शिशु को कार में बैठाकर वापस सीएचसी साहिया पहुंचाया। स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा प्रभारी डॉक्टर विक्रम सिंह ने शिशु की जांच की तो उसकी मृत्यु हो चुकी थी। इस मामले में महिला के पति ने सीएचसी पर लापरवाही का आरोप लगाया।

नवजात की मौत के मामले में जांच समिति का गठन
विकासनगर। साहिया सीएचसी में नवजात की मौत के मामले में लोगों ने एसडीएम चकराता को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने बच्चे के इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर इस प्रकरण की जांच की मांग उठाई। ज्ञापन के बाद एसडीएम चकराता योगेश मेहरा ने जांच के लिए एक समिति गठित कर दी है। इस समिति को दो दिन में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं।

जांच से पता लगाएंगे कि कहां कोताही हुई तोमर
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा प्रभारी डॉ. विक्रम सिंह तोमर का कहना है कि महिला को चकराता से सीएचसी साहिया के लिए रेफर किया गया था। यहां वरिष्ठ महिला डॉक्टर ने सुरक्षित डिलीवरी करवाई गई थी। लेकिन, इलाज में किसकी कोताही रही, इसकी जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।


 

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