चारधाम पर अब पड़ेगी महंगाई मार, यात्रा का बढ़ेगा किराया? जानिए कितने दिनों का होगा सफर
चारधाम यात्रा की तैयारी शुरू हो गई। परिवहन कारोबारियों ने इसका किराया बढ़ाने और धामवार यात्रा कराने का समय दस दिन से घटाकर नौ दिन करने की मांग उठाई। नई बसों की खरीद के लिए कुछ राहत हो सकती है।

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चारधाम यात्रा की तैयारी शुरू हो गई। परिवहन कारोबारियों ने इसका किराया बढ़ाने और धामवार यात्रा कराने का समय दस दिन से घटाकर नौ दिन करने की मांग उठाई। नई बसों की खरीद के लिए सरकारी योजना में कुछ ढील भी मांगी। शुक्रवार को संभागीय परिवहन कार्यालय में आरटीओ-प्रशासन सुनील शर्मा ने परिवहन कंपनी के पदाधिकारियों की बैठक ली।
इन लोगों ने कहा कि अभी ऋषिकेश-हरिद्वार से चारधाम यात्रा का समय दस दिन तय है। अब सड़कों की स्थिति सुधर गई है, यात्रा काफी सुगम हो गई है। इसलिए इस समयावधि को घटाकर नौ दिन किया जाए। रोज 130 से 135 बसें पांच हजार से ज्यादा यात्रियों को लेकर जाती हैं।
इस बार यात्री बढ़ने की संभावना है। ऐसे में रोटेशन में बसें बढ़ाने के लिए 250 नई बसें खरीदने की जरूरत पड़ेगी। इसके लिए वीरचंद्र सिंह गढ़वाली योजना में लोन लेने के लिए रखी में ढील मिले। ग्रीन और ट्रिप कार्ड के लिए बेहतर सॉफ्टवेयर बनाने को सुझाव दिया। यह भी कहा गया कि किसी कारण सॉफ्टवेयर काम नहीं करता तो मैनुअल व्यवस्था बनाई जाए।
ड्राइवर-कंडक्टरों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए विशेष जांच केंद्र बनाएं। आरटीओ ने बताया कि सुझाव उच्च स्तर पर रखे जाएंगे। इस दौरान आरटीओ-प्रवर्तन शैलेश तिवारी, एआरटीओ ऋषिकेश अरविंद पांडेय, मोहित कोठारी, रुड़की से एल्विन रौक्सी, दून से नवीन सिंह, राजेंद्र विराटिया, संयुक्त रोटेशन यात्रा के संजय शास्त्री आदि मौजूद थे।