केदारनाथ-बदरीनाथ सहित चार धाम यात्रा-2023 पर पंजीकरण के बिना होंगे दर्शन, उत्तराखंड सरकार का बना यह प्लान
चार धाम यात्रा पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए गुड न्यूज है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार ने यात्रा पर जाने से पहले श्रद्धालुओं के पंजीरकण की व्यवस्था को खत्म करने का फैसला लिया है।
Char Dham Yatra 2023: चार धाम यात्रा पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए गुड न्यूज है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार ने यात्रा पर जाने से पहले श्रद्धालुओं के पंजीरकण की व्यवस्था को खत्म करने का फैसला लिया है। ऐसे में अब तीर्थ यात्री केदारनाथ-बदरीनाथ सहित चारों धामों में पंजीकरण के बिना ही दर्शन कर सकेंगे।
सीएम धामी का कहना है यूपी, राजस्थान, एमपी सहित देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को सुलभ दर्शन कराए जाएंगे। अधिकारिकों को सख्त निर्देश दिए हैं कि चार धाम यात्रा शुरू होने से पहले सड़क, बिजली, पेयजल, स्वास्थ्य सेवएं आदि व्यवस्थाओं को हरहाल में दुरुस्त कर करने के निर्देश दिए हैं।
उत्तराखंड सरकार ने चार धाम यात्रा में स्थानीय लोगों के लिए आनलाइन पंजीकरण की अनिवार्य व्यवस्था खत्म कर दी है। इसके साथ ही होटल, होम स्टे में बुकिंग करा चुके लोगों को बिना पंजीकरण के भी धामों के दर्शन कराए जाएंगे। मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने सचिवालय में अफसरों के साथ हुई बैठक में यह निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि सभी श्रद्धालुओं को चार धामों के दर्शन कराए जाएंगे। जिन श्रद्धालुओं ने यात्रा के लिए होटलों और होमस्टे में बुकिंग करा ली है, उनके दर्शन की भी व्यवस्था की जाए। यात्रा की तैयारियां समय पर पूरी की जाएं। मुख्यमंत्री ने यात्रा मार्गों पर क्रैश बैरियर की व्यवस्था करने और पार्किंग स्थलों पर वाहन चालकों के रहने और सोने की भी व्यवस्था करने को कहा है।
पुलिस को भीड़ प्रबंधन को लेकर हिदायत दी है। उन्होंने कहा कि यात्रा में जिन कर्मचारियों की ड्यूटी लगती है, उनमें स्वेच्छा वालों को प्राथमिकता दी जाए। सीएम धामी ने यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य शिविर व्यवस्थित तरीके से लगाने, यात्रा मित्र के तौर पर स्थानीय लोगों को रखने, वाहनों की फिटनेस पर ध्यान देने और दूसरे राज्यों से भी समन्वय बनाने के निर्देश दिए।
चारधाम: ऑफलाइन पंजीकरण के काउंटर बढ़ाए जाएंगे
उत्तराखंड के चारों धामों के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ऑफलाइन पंजीकरण के काउंटरों की संख्या बढाई जाएगी। ऐसा उन श्रद्धालुओं को देखते हुए किया जाएगा, जो गलती से बिना पंजीकरण के उत्तराखंड पहुंचेंगे। इन लोगों के लिए हरिद्वार, ऋषिकेश समेत कई प्रमुख होटलों में भी ऑफलाइन पंजीकरण की व्यवस्था होगी। मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने सचिवालय में अफसरों के साथ हुई बैठक में यह निर्देश दिए
एक ही बार ली जाए श्रद्धालुओं से जानकारी
सीएम ने कहा कि श्रद्धालुओं से जो भी जरूरी जानकारी लेनी है, केवल एक बार राज्य के एन्ट्री प्वाइंट पर ही ली जाए। ये सुनिश्चित किया जाए कि उत्तराखंड आने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो।
यात्रा पर आने वालों को दूसरे स्थानों की दी जाए जानकारी
सीएम ने कहा कि उत्तराखंड आने वाले श्रद्धालु चारधाम यात्रा के साथ ही राज्य के अन्य प्रमुख धार्मिक और पर्यटक स्थलों पर भी जाएं। इसके लिए राज्य के प्रमुख धार्मिक, पर्यटक स्थलों का व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए। पर्यटन, पुलिस और परिवहन विभाग की ओर से विभिन्न माध्यमों से जागरूकता अभियान चलाया जाए।
चारों धामों व्हाट्सअप सहित चार विकल्पों से कराएं पंजीकरण
यात्रियों को आधार कार्ड के साथ यात्रा करनी होगी। पंजीकरण में भी आधार कार्ड नंबर दर्ज करना होगा। यात्री वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in पर पंजीकरण करा सकेंगे। व्हाट्सअप नंबर 8394833833 पर पंजीकरण का विकल्प रहेगा। टोल फ्री नंबर 01351364 के साथ मोबाइल एप touristcareuttarakhand को डाउनलोड कर भी पंजीकरण किया जा सकेगा।
गाड़ियों के लिए यहां करें पंजीकरण
बाहर से आने वाले वाहनों के लिए greencard.uk.gov.in पर पंजीकरण की व्यवस्था की गई है। इस वेबसाइट पर पंजीकरण ग्रीन कार्ड बनाए जा सकते हैं। ग्रीन कार्ड चारधाम यात्रा पर जाने वाले सभी कमर्शियल वाहनों का बनता है। इसमें वाहन और ड्राइवर के ड्राइविंग लाइसेंस की जानकारी होती है।
इसके बाद सभी कागजात साथ में रखने की जरूरत नहीं होगी। वाहन का तकनीकी और भौतिक दशा का निरीक्षण करने के बाद यह कार्ड दिया जाएगा। अप्रैल प्रथम सप्ताह से ग्रीन कार्ड बनने शुरू होंगे। इसके साथ ही ट्रिप कार्ड बनेंगे। ट्रिप कार्ड में यात्रियों का पूरा डिटेल होगा।