नगर निकाय चुनाव लड़ने से पूर्व सरकारी देनदारी चुकाने संबंधी आदेश मिलते ही प्रत्याशी ने चुकाया पिछला बकाया
नगर निकाय चुनाव लड़ने से पूर्व सरकारी देनदारी चुकाने संबंधी चुनाव आयोग का आदेश जल संस्थान के लिए फायदेमंद साबित हुआ है। यहां नगर पालिका नई टिहरी में अध्यक्ष व वार्ड सदस्य के लिए नामांकन दाखिल कराने...
नगर निकाय चुनाव लड़ने से पूर्व सरकारी देनदारी चुकाने संबंधी चुनाव आयोग का आदेश जल संस्थान के लिए फायदेमंद साबित हुआ है। यहां नगर पालिका नई टिहरी में अध्यक्ष व वार्ड सदस्य के लिए नामांकन दाखिल कराने वाले 34 प्रत्याशियों ने अपना पानी व सीवर का पिछला बकाया जमा कर दिया। जिससे जल संस्थान को 1 लाख 76 हजार रूपए का राजस्व प्राप्त हुआ है। टिहरी बांध निर्माण के चलते जलमग्न ऐतिहासिक पुरानी टिहरी शहर के बाशिंदों को विस्थापित कर बसाये गए नई टिहरी शहर में पानी व बिजली बड़ा मुद्दा रहा है। नई टिहरी में विस्थापित लंबे समय से निशुल्क पानी व बिजली की मांग करते आ रहे हैं। लेकिन इस पर शासन-प्रशासन की ओर से कोई निर्णय नहीं हो पाया है। जिसके चलते जल संस्थान को पानी व सीवर शुल्क की वसूली में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस वित्त वर्ष में भी विभाग का उपभोक्ताओं पर पौने दो करोड़ रूपए बकाया है। ऐसे समय में निकाय चुनाव की अधिसूचना जल संस्थान के लिए फायदेमंद रही है। आयोग ने चुनाव लड़ने से पूर्व प्रत्याशियों के लिए सरकारी देनदारी चुकाने के आदेश दिए। इस आदेश का यह प्रभाव हुआ कि नगर पालिका टिहरी में अध्यक्ष व सभासद पद के लिए राजनीतिक दलों समेत निर्दलीय सहित कुल 34 प्रत्याशियों ने अपना पिछला बकाया चुकता कर दिया। जिससे विभाग को 1 लाख 76 हजार रूपए का राजस्व प्राप्त हुआ है।
डेढ़ से लेकर 50 हजार तक के थे बकायेदार
अपना पिछला बकाया बिल चुकाने वालों में अध्यक्ष पद के चार और सभासद के 30 प्रत्याशी थे। जिन पर पानी व सीवर का करीब डेढ़ हजार से लेकर 50 हजार रूपए तक का बकाया था। चुनाव लड़ने से पूर्व सरकारी देनदारी निपटाना आवश्यक होने पर सभी ने अपना-अपना बकाया विभाग में जमा कर दिया। पिछला बकाया जमा होने से विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों को भी बड़ी राहत मिली है।
चुनाव लड़ने के लिए 34 प्रत्याशियों ने अपना बकाया बिल जमा किया है। इनमें से कुछ लोग पानी व सीवर शुल्क जमा करने का विरोध भी कर रहे थे। ऐसे लोगों के चुनाव लड़ने के लिए अपना बकाया बिल जमा करने से विभाग को राहत मिली है।
सतीशचंद्र नौटियाल, अधिशासी अभियंता जलसंस्थान टिहरी।