यात्रियों से भरी बस बरसाती नाले में पलटी, VIDEO में देखें कैसे मची मदद के लिए चीख-पुकार
उत्तराखंड में खराब मौसम लोगों के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। प्रदेशभर में लगातार हो रही बारिश की वजह से पर्वतीय और मैदानी जिलों में रहने वाले लोगों की मुसीबतें भी बढ़ गईं हैं। लोगों ने मदद की।
उत्तराखंड में खराब मौसम लोगों के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। प्रदेशभर में लगातार हो रही बारिश की वजह से पर्वतीय और मैदानी जिलों में रहने वाले लोगों की मुसीबतें भी बढ़ गईं हैं। नैनीताल में बारिश के बाद भी आज शुक्रवार को कुछ ऐसा ही हुआ। यात्रियों से भरी बस रामनगर से पाटकोट लेकर जा रही थी, जब बारिश के बाद उफनाए नाले में हादसा हो गया।
रामनगर से पाटकोट यात्रियों को लेकर जा रही एक प्राइवेट बस टेड़ा मंदिर के पास बारिश के चलते रपटे में आए ज्यादा पानी के कारण पलट गई। यात्रियों की चीख-पुकार पर आसपास के लोग व पुलिस मौके पर पहुंची। कड़ी मशक्कत के बाद 25 यात्रियों और चालक-परिचालक को बस से बाहर निकाला गया।
पुलिस ने प्राइवेट वाहनों से यात्रियों को उनके घरों तक पहुंचाया। बस को जेसीबी की मदद से रपटे से बाहर निकाला गया।
शुक्रवार दोपहर बाद रामनगर से एक प्राइवेट बस 25 यात्रियों को लेकर पाटकोट के लिए चली। रामनगर में दोपहर बाद से ही बारिश शुरू हो गई थी। बस टेड़ा मंदिर के पीछे ही थी कि रपटे पर अचानक बारिश का पानी तेज बहने लगा। चालक ने रपटे पर बस को आगे बढ़ा दिया।
कोतवाल अरुण कुमार ने बताया कि बस आधे रपटे पर जाकर बहने लगी और एक गहरे गड्ढे में गिर गई। यात्रियों की चीख-पुकार पर आसपास के ग्रामीणों ने हादसे की जानकारी तुरंत पुलिस को दी। अग्निशमन व पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचीं। बताया कि पुलिस व गांव के लोगों की मदद से 25 यात्रियों और चालक-परिचालक को बस से सकुशल निकाल लिया गया। बताया कि उनके बैग में रखे कपड़े, घर का सामान पानी में बह गया।
बताया कि अधिकांश लोग पाटकोट व डोन परेवा से खरीदारी के लिए रामनगर आते हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस ने उन्हें उनके घरों तक छोड़ा। बस को जेसीबी की मदद से रपटे से बाहर निकाला गया है। तहसीलदार विपिन पंत ने बताया कि रामनगर में पलटी बस में चालक सहित 27 लोग सवार थे। सभी को सकुशल घर तक पहुंचाया गया है। इस दौरान जाम भी लगा रहा।
पहले रपटे को पार किया दूसरे पर गिर गई बस
रामनगर में दोपहर बाद हुई बारिश से कई रपटे उफान पर थे। पुलिस के अनुसार कोसी से ऊपर वाले रपटे को बस चालक ने आसानी से पार कर लिया। दूसरे रपटे को पार करते हुए बस पलट गई। कोतवाल अरुण कुमार ने बताया कि पहले रपटे पर भी बाद में पानी अधिक आ गया था। इससे रेस्क्यू में समय लगा। धनगढ़ी आदि रपटों पर अलर्ट किया गया है।
रपटों पर घंटों खड़े रहे लोग
रामनगर। रामनगर के सात रपटे बारिश होने से उफान पर आ गए थे। बेलगढ़ रपटा भी खतरे के निशान पर आ गया था। कोतवाल ने बताया कि सभी रपटों पर लोगों को नहीं आने के लिए कहा गया था। इससे रपटों पर घंटों लोग खड़े रहे। हालांकि बाद में पानी कम होने पर लोग निकले। उन्होंने बताया कि धनगढ़ी नाला, सावल्दे समेत सात रपटों पर खतरा अधिक है। उन्होंने लोगों से संभलकर निकलने की अपील की। बताया कि धनगढ़ी समेत कई रपटों में लोग बहकर जान गंवा चुके हैं।