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बदरीनाथ धाम में 100 करोड़ से बनेगा ‘स्मार्ट आध्यात्मिक टाउन’, जानिए क्या होगी खासियत 

बदरीनाथ धाम में 100 करोड़ रुपये से बुनियादी ढांचे का विकास किया जाएगा। धाम को स्मार्ट आध्यात्मिक टाउन के रूप में विकसित कर यहां श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। मुख्यमंत्री तीरथ रावत और...

बदरीनाथ धाम में 100 करोड़ से बनेगा ‘स्मार्ट आध्यात्मिक टाउन’, जानिए क्या होगी खासियत 
हिन्दुस्तान टीम, देहरादूनFri, 07 May 2021 10:47 AM
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बदरीनाथ धाम में 100 करोड़ रुपये से बुनियादी ढांचे का विकास किया जाएगा। धाम को स्मार्ट आध्यात्मिक टाउन के रूप में विकसित कर यहां श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। मुख्यमंत्री तीरथ रावत और केंद्रीय पेट्रोलिय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की मौजूदगी में गुरुवार को केदारनाथ उत्थान ट्रस्ट व तेल एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय की पब्लिक सेक्टर कंपनियों के बीच एमओयू किया गया। एमओयू के लिए सचिवालय में वर्चुअल रूप से आयोजित कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि वर्ष 2013 की आपदा के बाद केदारनाथ धाम में शुरू हुए पुनर्निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ की तर्ज पर बदरीनाथ धाम का भी कायाकल्प करने का निर्णय लिया था। 

कार्यक्रम में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि पुनर्निर्माण कार्यों के दौरान हमें यह भी ध्यान रखना है कि पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे। प्रथम चरण में यहां अस्पताल का विस्तारीकरण प्रस्तावित है। साथ ही रिवर फ्रंट डेवलपमेंट, तटबंधों में सुदृढ़ीकरण, लैंड स्कैपिंग, भीड़ होने पर होल्डिंग एरिया,पुलों की रेट्रोफिटिंग आदि कार्य होने हैं। कार्यक्रम में पेट्रोलियम मंत्रालय ने विकास कार्यों को लेकर भावी रणनीति का प्रेजेंटेशन दिया। एमओयू पर पेट्रोलियम मंत्रालय की ओर से सचिव तन्नू कपूर और उत्तराखंड की ओर से पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने हस्ताक्षर किए। कार्यक्रम में मुख्य सचिव ओमप्रकाश भी उपस्थित रहे। 

100 साल के विजन के साथ कराया जाएगा विकास 
बदरीनाथ धाम में आगामी 100 साल की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए विकास कार्य कराए जाएंगे। इसी आधार पर बुनियादी व यात्रियों की सुविधाओं के लिए आवश्यक इंतजाम किए जाने हैं। कुल 85 हेक्टेयर भूमि में चरणबद्ध तरीके से कार्य किए जाएंगे। व्यास गुफा, गणेश गुफा व चरण पादुका आदि का भी पुनर्विकास किया जाना है। यहां पर अलकनंदा नदी के तटबंध कार्यों के अलावा प्लाजा, जल निकासी, सीवेज, लाइट, सीसीटीवी, पीए सिस्टम, शौचालय, पुल आदि के सौंदर्यीकरण और पुनर्निर्माण के कार्य होने प्रस्तावित हैं।

धर्मेंद्र प्रधान बोले गंगोत्री और यमुनोत्री का भी कराएंगे विकास 
कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि उत्तराखंड के चार धामों का विशेष महत्व है। तेल कंपनियां बदरीनाथ धाम के कायाकल्प को प्रतिबद्ध हैं। आने वाले समय में बदरीनाथ व केदारनाथ धाम के समान भांति ही उत्तरकाशी में गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के लिए भी कुछ कार्य कराए जाएंगे।

आगामी तीन वर्ष में बदरीनाथ धाम के कायाकल्प के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। धाम के विकास में तेल कंपनियों का योगदान सराहनीय है। क्षेत्र में होमस्टे को बढ़ावा देने पर भी राज्य सरकार का फोकस है ताकि यहां आने पर श्रद्धालुओं को सस्ती सुविधाएं उपलब्ध हो सकें।
तीरथ सिंह रावत, मुख्यमंत्री 

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