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बड़कोट: भाजपा प्रत्याशी जसोदा राणा के नामांकन पर खतरा

बड़कोट नगर पालिका के अध्यक्ष पद के लिए भाजपा प्रत्याशी जसोदा राणा का नामांकन खतरे में पड़ गया है। राज्य निर्वाचन आयुक्त ने राणा का नाम देहरादून नगर निगम की वोटर लिस्ट में दर्ज होने का हवाला देते हुए,...

बड़कोट: भाजपा प्रत्याशी जसोदा राणा के नामांकन पर खतरा
लाइव हिन्दुस्तान टीम, देहरादूनWed, 24 Oct 2018 02:08 PM
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बड़कोट नगर पालिका के अध्यक्ष पद के लिए भाजपा प्रत्याशी जसोदा राणा का नामांकन खतरे में पड़ गया है। राज्य निर्वाचन आयुक्त ने राणा का नाम देहरादून नगर निगम की वोटर लिस्ट में दर्ज होने का हवाला देते हुए, उनका नाम बड़कोट नगर पालिका की वोटर लिस्ट में दर्ज कराने की अनुमति नहीं दी है।

नियमानुसार किसी भी निकाय में चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी के लिए संबंधित निकाय का वोटर होना जरूरी है। इस तरह जांच के दौरान राणा का नामांकन खारिज हो सकता है। भाजपा प्रत्याशी जसोदा राणा उत्तरकाशी में जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। पिछले दिनों उन्होंने बड़कोट नगर पालिका अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ने के लिए नौगांव ब्लॉक के कन्सेरू ग्राम पंचायत की वोटर लिस्ट से नाम हटाते हुए, बड़कोट नगर पालिका के पटेलनगर वार्ड से मतदाता बनने के लिए आवेदन किया था। जिला पंचायत सदस्य दीपक बिजल्वाण ने राणा का नाम दून नगर निगम के वार्ड संख्या 40 सीमाद्वार में बतौर मतदाता दर्ज होने का मामला उठाया। नैनीताल हाईकोर्ट ने भी राज्य निर्वाचन आयोग को इन सब तथ्यों को ध्यान में रखते हुए ही राणा के आवेदन पर विचार करने को कहा। आयोग ने अंतिम निर्णय से पहले जिला निर्वाचन अधिकारी देहरादून से रिपोर्ट मांगी। जिसमें जसोदा  राणा का नाम सीमाद्वार वार्ड की वोटर लिस्ट में दर्ज होने की पुष्टि की गई। निर्वाचन आयोग ने इस बारे में मंगलवार को जिला निर्वाचन अधिकारी उत्तरकाशी को सूचित कर दिया है। राज्य निर्वाचन आयुक्त चंद्रशेखर भट्ट ने इसकी पुष्टि की है। इधर, जसोदा  राणा मंगलवार को नामांकन कर चुकी हैं। अब वोटर लिस्ट में नाम न होने पर जांच के दौरान उनका नामांकन पत्र खारिज होना तय माना जा रहा है। 

कई बार बदला निर्णय 
जसोदा  राणा दरअसल दो नाव में सवारी करने के चलते संकट में आई। उनका नाम पहले ही कन्सेरू ग्राम पंचायत के साथ ही बड़कोट नगर पालिका की वोटर लिस्ट में दर्ज था। दो जगह नाम दर्ज होने की शिकायत सामने आने पर राज्य निर्वाचन आयुक्त ने 10 जुलाई को बड़कोट नगर पालिका की वोटर लिस्ट से उनका नाम हटा दिया। इस बीच निकाय चुनाव भी टलने से राणा ने भी जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी बचाने के लिए पंचायत की वोटर लिस्ट में बने रहने को फायदेमंद जाना। अब अचानक निकाय चुनाव घोषित होने से उन्होंने आनन- फानन में पंचायत से नाम हटाने के साथ ही निकाय में नाम दर्ज कराने की पहल तो की, लेकिन इस बीच देहरादून नगर निगम की वोटर लिस्ट में भी नाम सामने से आने से उनका गणित बिगड़ गया। 

जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी भी दांव पर 
जसोदा  राणा ने नगर पालिका का चुनाव लड़ने के लिए पंचायत वोटर लिस्ट से भी अपना नाम हटवा दिया है। पंचायती राज विभाग के एक्ट के अनुसार, यदि किसी निर्वाचित प्रतिनिधि का किसी भी वजह से बतौर मतदाता पंजीकरण समाप्त हो जाता है तो उसका निर्वाचन भी खुद ही समाप्त हो जाता है। इस तरह तकनीकी तौर पर जसोदा  राणा का वर्तमान में जिला पंचायत सदस्य का निर्वाचन भी निरस्त हो चुका है, इस कारण वो जिला पंचायत अध्यक्ष भी नहीं रह जाती हैं।

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