हेमकुंड मार्ग से बर्फ हटाने को जुटी सेना
सिखों के प्रसिद्ध तीर्थस्थल हेमकुंड साहिब के मार्ग से बर्फ हटाने के लिए सेना के पचास जवान गोविंदघाट पहुंच गए। जवान 25 अप्रैल से बर्फ हटाने का काम शुरू करेंगे। हेमकुंड साहिब के कपाट एक जून को खुलेंगे।...
सिखों के प्रसिद्ध तीर्थस्थल हेमकुंड साहिब के मार्ग से बर्फ हटाने के लिए सेना के पचास जवान गोविंदघाट पहुंच गए। जवान 25 अप्रैल से बर्फ हटाने का काम शुरू करेंगे। हेमकुंड साहिब के कपाट एक जून को खुलेंगे। गोविंद घाट गुरुद्वारे के मुख्य प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने मंगलवार को बताया कि हेमकुंड साहिब के मार्ग पर घांघरिया से हेमकुंड तक छह किलोमीटर क्षेत्र में छह से सात फीट बर्फ तक जमा है। इसे हटाने को 418 इंडीपेंडेंट इंजीनियरिंग कोर के 50 जवान गोविंद घाट पहुंच गए हैं।
इस दल का नेतृत्व सूबेदार मेजर सुखदर्शन सिंह कर रहे हैं। 25 अप्रैल से बर्फ हटाने और रास्ता खोलने का काम शुरू हो जायेगा। सूबेदार मेजर सिंह ने बताया कि हेमकुंड साहिब में अभी नौ फीट से 10 फीट बर्फ जमा है। इस बार ज्यादा बर्फ गिरने से रास्ते को नुकसान ज्यादा हुआ है। बर्फ से हेमकुंड यात्रा मार्ग पर घांघरिया में भी कुछ दुकानों को नुकसान पहुंचा है। घांघरिया में गुरुद्वारे के तीन टिन शेड भी टूटे हैं। स्थानीय निवासी पीएस चौहान ने बताया कि गोविन्द घाट से पुलना के मोटर मार्ग पर भी तीन स्थानों पर पुश्ते टूटे हैं। जिनका जल्द बनना जरूरी है। विद्युत सप्लाई भी जल्द शुरू करनी होगी।