उत्तराखंड में छह प्राइवेट विश्वविद्यालयों की मंजूरी रद, जानिए क्या है वजह
उत्तराखंड में छह प्राइवेट विश्वविद्यालयों की मंजूरी को रद कर दिया गया है। समय पर निर्माण कार्य शुरू नहीं करवाने और संतोषजनक जवाब नहीं देने पर प्रस्तावित छह प्राइवेट विश्वविद्यालयों की मंजूरी रद हुई।
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समय पर निर्माण कार्य शुरू न करने और संतोषजनक जवाब न देने पर उत्तराखंड में प्रस्तावित छह प्राइवेट विश्वविद्यालयों की मंजूरी रद कर दी गई है। कई बार समय बढ़ाए जाने की रियायत देने के बावजूद जमीनी स्तर पर काम शुरू नहीं किए जाने की वजह से मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय कमेटी (एचपीसी) ने यह फैसला लिया।
मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित इस समिति ने राज्य के प्रस्तावित कुछ प्राइवेट विश्वविद्यालयों के प्रस्तावों पर सहमति भी दी है। बैठक के मिनट्स जारी कर दिए गए हैं। इसके अनुसार, रुड़की में प्रस्तावित रुड़की विवि के प्रस्ताव को मंजूरी के लिए जल्द ही कैबिनेट बैठक में लाया जाएगा।
इसके साथ, डोईवाला में आयुष्मति एजुकेशन एवं सोशल सोसायटी के डोईवाला में प्रस्तावित रामकृष्ण धर्मार्थ फाउंडेशन विश्वविद्यालय के निर्माण के प्रस्ताव पर सहमति दे दी गई है।
इनके प्रस्ताव निरस्त किए गए: आदिनाथ वेलफेयर सोसायटी के सीड्स निजी विश्वविद्यालय, रिटनंद वेलवेड एजुकेशन फाउंडेशन के एमिटी विश्वविद्यालय, सुपरटेक फाउंडेशन के काशीपुर में प्रस्तावित सुपरटैक विश्वविद्यालय के प्रस्ताव निरस्त कर दिए गए हैं।
इन विश्वविद्यायलों को वर्ष 2011-12 से आशय पत्र देने शुरू किए गए थे। शासन के मानक पूरे न करने और समय पर जवाब न देने की वजह से यह निर्णय किया गया है। न्याय विभाग की राय के बाद यह निर्णय किया गया।
इनको रियायत
यूनिवर्सिटी ऑफ नार्थ वेस्ट हिमालयाज का आशय पत्र जुलाई 2023 तक बढ़ाया, तीन अक्तूबर 2016 को पहली बार दिया गया था तीन साल के लिए आशय पत्र।
पदाधिकारी के इस्तीफे से रुड़की विवि की राह आसान
सत्यम एजुकेशनल सोसायटी के रुड़की में प्रस्तावित रुड़की विश्वविद्यालय के प्रस्ताव की राह की अड़चन दूर हो गई। छात्रवृत्ति घोटाले में कानूनी कार्रवाई का सामना कर रहे एक वरिष्ठ पदाधिकारी को सोसायटी से हटाने के बाद यह मुमकिन हुआ। सभी पक्षों का अध्ययन करने के बाद एचपीसी ने इस विवि के प्रस्ताव को आगामी कैबिनेट के समक्ष लाने का निर्णय किया है।