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ALERT: नेपाल सीमा से घुसपैठ की आशंका के बीच बॉर्डर की सुरक्षा बढ़ाई, सुरक्षा एजेंसी ने दिया है इनपुट

भारत-नेपाल के बीच खुली सीमा का लाभ उठाकर कुछ राष्ट्रविरोधी तत्व भारत में घुसने की फिराक में हैं। सुरक्षा एजेंसी को मिले इस महत्वपूर्ण इनपुट के बाद बार्डर पर अतिरक्ति सुरक्षा बढ़ा दी है। सुरक्षा से...

 ALERT: नेपाल सीमा से घुसपैठ की आशंका के बीच बॉर्डर की सुरक्षा बढ़ाई, सुरक्षा एजेंसी ने दिया है इनपुट
हिन्दुस्तान टीम, पिथौरागढ़ Fri, 03 Jul 2020 10:35 AM
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भारत-नेपाल के बीच खुली सीमा का लाभ उठाकर कुछ राष्ट्रविरोधी तत्व भारत में घुसने की फिराक में हैं। सुरक्षा एजेंसी को मिले इस महत्वपूर्ण इनपुट के बाद बार्डर पर अतिरक्ति सुरक्षा बढ़ा दी है।

सुरक्षा से जुड़े सूत्रों का मानना है कि चीन-लद्दाख सीमा में तनाव के बीच कुछ लोग अराजकता फैलाने के इरादे से नेपाल के रास्ते भारत में प्रवेश का प्रयास कर सकते हैं। 

पिथौरागढ़ जनपद की नेपाल से करीब 150 किमी से अधिक लंबी सीमा लगी हुई है। दोनों देशों के बीच काली नदी ही सीमा रेखा का काम करती है। इसी नदी से भारत में प्रवेश के कई अवैध रास्ते हैं, जहां से लोग काली नदी से ट्यूब के सहारे भारत में आते रहे हैं।

अब सुरक्षा एंजेंसियों को चीन की तरफ से इन्हीं अवैध रास्तों से अराजक इरादों के साथ कुछ लोगों को भारत में भेजे जाने की आशंका है। सीमा पर सेना ने अपने जवानों की तैनाती बढ़ा दी है।

सुरक्षा एजेंसियों के जवान दिन के साथ ही रात के वक्त भी इस सीमा में पहले से ही पहरा दे रहे हैं। सीमा के गांवों से लगे लोगों को भी संदग्धि लोगों के दिखाई देने पर सुरक्षा कर्मियों को जानकारी देने के लिए जागरूक किया जा रहा है। पिथौरागढ़ की नेपाल सीमा पर सुरक्षा कर्मियों का लगातार तेज होता पहरा यहां के ग्रामीणों की चिंता बढ़ा रहा है। 

कालापानी विवाद के बाद रिश्तों में तल्खी
पिथौरागढ़। भारत नेपाल हमेशा मत्रिता से रहे हैं। दोनों देशों के बहुसंख्यकों की संस्कृति, आस्था एक जैसी होने के कारण सीमांत के गांवों के लोगों के आपस में रोटी बेटी के संबंध रहे हैं। इधर पिछले एक माह से अधिक समय से नेपाली की तरफ से कालापानी विवाद को हवा देने के बाद सीमांत के गांवों के लोग  परेशान हैं। वे अपने भवष्यि के लिए भी इस तरह के तनाव को सही नहीं मानते हैं। 

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