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बारिश के बाद बदरीनाथ हाईवे हाथी पर्वत से आगे कई जगह बंद,घंटों तक जगह-जगह फंसे तीर्थ यात्री

बदरीनाथ हाईवे हाथी पर्वत से लेकर कंचनगंगा, रंगाड समेत कई स्थानों पर बाधित रहा। परेशान हाल यात्रियों के चेहरे पर भगवान के दर्शन न कर पाने और विपरीत परिस्थितियो में मजबूरी मे होटलों में रहने पर मनमाने...

बारिश के बाद बदरीनाथ हाईवे हाथी पर्वत से आगे कई जगह बंद,घंटों तक जगह-जगह फंसे तीर्थ यात्री
संवाददाता,गोपेश्वर  Thu, 21 Oct 2021 10:53 AM

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बदरीनाथ हाईवे हाथी पर्वत से लेकर कंचनगंगा, रंगाड समेत कई स्थानों पर बाधित रहा। परेशान हाल यात्रियों के चेहरे पर भगवान के दर्शन न कर पाने और विपरीत परिस्थितियो में मजबूरी मे होटलों में रहने पर मनमाने किराया वसूले जाने की शिकायत का दर्द साफ छलका।

यात्रा पर आये यात्री कोई तीन तो कोई चार दिनों से जोशीमठ और पीपलकोटी में रूके हैं । बुधवार को भी बदरीनाथ हाईवे न खुलने पर वापस लौट गए हैं। इतने दिनों तक बीच में ही अटके रहने पल  कई तीर्थयात्री रोते-बिलखते  वापस लौटे। 17 अक्तूबर को देर शाम आठ बजे भारी बारिश होने से कई जगहों में अवरूद्घ हो गया था, जिससे पुलिस प्रशासन की ओर से तीर्थयात्रियों को पांडुकेश्वर, बदरीनाथ, गोविंदघाट, पीपलकोटी में ही रोक लिया था। 

चार दिन बाद भी हाईवे के न खुलने से बुधवार को अधिकांश तीर्थयात्री वापस लौट गए हैं।  बैगलूरु ये आयी महिला तीर्थयात्री एस विश्वरुपा  नन्दनी जय गोपाल ने कहा पुलिस प्रशासन की ओर से उन्हें हाईवे की सही जानकारी नहीं दी जा रही है। होटलों में मनमाना किराया वसूला जा रहा है।  

उड़ीसा से आये विशेन्द्र पटनायक  जयेन्द्र पात्रा, ने कहा जोशीमठ और पांडुकेश्वर में छोटे कमरे के भी दो से तीन हजार रूपये लिए जा रहे हैं। तीर्थयात्री संजय अग्रवाल ने कहा कि चार दिन से पांडुकेश्वर में फंसे हुए हैं। यहां दो दिनों से बिजली भी नहीं है। होटल में एक छोटे कमरे के तीन हजार रुपये लिए गए। अब पैसा भी खत्म हो गया है। बदरीनाथ हाईवे बंद होने से बिना धाम के दर्शन किए वापस लौट रहे हैं।

पीपलकोटी में रुके एक तीर्थयात्री ने बताया कि उनके साथ दस लोग बदरीनाथ धाम की तीर्थयात्रा के लिए 17 अक्तूबर को ऋषिकेश से निकले थे। दो दिन पीपलकोटी में रहे और एक दिन जोशीमठ में हो गया है। जब बदरीनाथ धाम का रास्ता बंद था तो हमें ऋषिकेश से ही आगे क्यों आने दिया गया। बदरीनाथ हाईवे के न खुलने से मायूस होकर लौट रहे हैं। तीन दिनों से गोविंदघाट में रुके प्रशासन की ओर से पीने के पानी तक की व्यवस्था नहीं की गई।

रोती-बिलखती रही महिला
लखनऊ की एक महिला तीर्थयात्री जोशीमठ में रोती बिलखती रही। महिला ने बताया कि वे 4 दिनों से जोशीमठ में हैं। वे पहली बार बदरीनाथ धाम के दर्शनों को अपने परिवार के साथ पहुंची थी, वे बदरीनाथ धाम जान चाहती हैं, लेकिन बदरीनाथ धाम का रास्ता बंद होने से उन्हें आगे नहीं जाने दिया गया, अब बिना धाम के दर्शन कर लौट रहे हैं।

 

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