200 भाजपा नेताओं को जारी हुआ नोटिस!
नगर निगम चुनाव में भितरघात करना भाजपाइयों को महंगा पड़ सकता है। भाजपा महानगर ने भितरघात के आरोपी 200 नेताओं को कारण बताओ नोटिस भेजने शुरू कर दिए हैं। इसमें कार्यकर्ता और पदाधिकारी दोनों शामिल हैं। एक...
नगर निगम चुनाव में भितरघात करना भाजपाइयों को महंगा पड़ सकता है। भाजपा महानगर ने भितरघात के आरोपी 200 नेताओं को कारण बताओ नोटिस भेजने शुरू कर दिए हैं। इसमें कार्यकर्ता और पदाधिकारी दोनों शामिल हैं। एक सप्ताह में संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। इसमें निष्कासन तक हो सकता है।
नवंबर माह में हुए नगर निगम चुनाव में भाजपा ने 60 वार्डों में जीत हासिल की। 34 वार्ड कांग्रेस और छह वार्ड निर्दलीयों के खाते में गए। चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद भाजपा में भितरघात की शिकायतें आनी लगी थीं। सबसे ज्यादा शिकायतें उन वार्डों से आई जहां भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। खुद हारे पार्षद प्रत्याशी महानगर कार्यालय में शिकायत लेकर पहुंचे और कार्रवाई की मांग की। भाजपा महानगर ने भितरघात करने वाले सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं सूचीबद्ध कर दिया है। कुल 200 लोग ऐसे हैं जिनके खिलाफ चुनाव में पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ काम करने का आरोप है। भाजपा की ओर से नोटिस महानगर महामंत्री आदित्य चौहान और राजेंद्र सिंह ढिल्लो द्वारा भेजे जा रहे हैं। एक सप्ताह में संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो अनुशानात्मक कार्रवाई की जाएगी।
नगर निगम चुनाव में भितरघात की शिकायतें आई थी। 200 ऐसे कार्यकर्ताओं को सूचीबद्ध किया गया है, जिनको नोटिस भेजे जा रहे हैं। नोटिस महामंत्रियों की ओर से भेजे जा रहे हैं। यदि संतोषजनक जवाब नहीं मिलता है तो अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इसमें निष्कासन तक हो सकता है।- विनय गोयल, अध्यक्ष, भाजपा महानगर
रायपुर विधायक के खिलाफ लिखित शिकायत नहीं आई
चुनाव के दौरान रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ पर भी भितरघात के आरोप लगे। पार्टी कार्यकर्ताओं उन पर निर्दलीय प्रत्याशियों के लिए वोट मांगने का आरोप लगाया। कई वार्डों में उनके खिलाफ प्रदर्शन हुआ। उनके पुतले तक फूंके गए। लेकिन जिन लोगों को भितरघात में नोटिस भेजे जा रहे हैं उनमें रायपुर विधायक शामिल नहीं है। भाजपा महानगर विनय गोयल का कहना है कि रायपुर विधायक पर भितरघात की कोई लिखित शिकायत नहीं आई। हमने समाचार पत्रों में पढ़ा और उसी के आधार जांच भी की। मौखिक रूप से हाईकमान को जानकारी दी गई।