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मेडिकल कॉलेज की दुर्दशा पर आरएसएस और एबीवीपी सरकार से खफा

राजकीय मेडिकल कॉलेज के बेस अस्पताल में चिकित्सकीय प्रबन्धन ठीक न होने से आम जनता ही नहीं ब्लकि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, एबीवीपी, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल के अलावा भाजपा कार्यकर्ता भी नाखुश है।...

मेडिकल कॉलेज की दुर्दशा पर आरएसएस और एबीवीपी सरकार से खफा
हिन्दुस्तान टीम,श्रीनगरThu, 30 May 2019 05:03 PM
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राजकीय मेडिकल कॉलेज के बेस अस्पताल में चिकित्सकीय प्रबन्धन ठीक न होने से आम जनता ही नहीं ब्लकि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, एबीवीपी, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल के अलावा भाजपा कार्यकर्ता भी नाखुश है। अस्पताल में विगत दो सालों से चल रही डॉक्टरों की कमी एवं चिकित्सकीय असुविधाओं को ठीक करने में प्रदेश सरकार अभी तक कुछ भी नहीं कर पाई है। जिससे गढ़वाल क्षेत्र ही नहीं स्थानीय लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पा रही है। भाजपा के अनुसांगिक संगठनों ने सरकार को चेतावनी दी कि यदि जल्द व्यवस्था नहीं सुधारी तो उग्र आंदोलन किया जायेगा। श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के बेस अस्पताल की अव्यवस्थाओं को लेकर भाजपा के अनुसांगिक संगठनों में भी रोष बना हुआ है। मेडिकल चिकित्सा शिक्षा विभाग खुद प्रदेश के मुख्यमंत्री के पास है। इसके बावजूद भी मेडिकल कॉलेज की दुर्दशा को नहीं सुधारा जा रहा है। इससे स्थानीय लोगों में रोष तो है किंतु अब भाजपा के अनुसांगिक संगठन भी खुलकर आगे आ चुके हैं। सीएम को पत्र भेजकर अस्पताल की व्यवस्थाएं सुधारने की मांग की। आरएसएस के नगर कार्यवाह बद्रीश गोदियाल एवं भाजपा नेता विभोर बहुगुणा ने आरोप लगाया कि विगत दिनों आरएसएस के विभाग कार्यवाह महावीर सिंह रावत के सीने पर दर्द होने पर उन्हें बेस अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया, किंतु वह सीनियर डॉक्टर कोई भी नहीं था, मात्र जूनियर डॉक्टर और इंटर्नशिप करने वाले छात्र मौजूद थे। जिस कारण उन्हें समय पर इलाज नहीं मिल पाने से मौत हो गई। उन्होंने कहा कि इमरजेंसी वार्ड में वेंटीलेटर में आक्सीजन की सप्लाई नहीं थी, किंतु इसके बाद भी एमआईसीयू में मरीज को भर्ती नहीं कराया गया। कहा कि समय पर इलाज न मिलने के कारण भी विभाग कार्यवाह महावीर रावत की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज को इंटर्नशिप करने वाले और जूनियर डॉक्टरों के भरोसे छोड़ा जाना जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है। आरएसएस एवं अन्य संगठनों ने चेतावनी देते हुए कहा कि उत्तराखंड सरकार जल्द अस्पताल की व्यवस्थाएं नहीं सुधारती है तो आंदोलन शुरू किया जाएगा। सीएम को ज्ञापन भेजने में प्रमुख नेता-आरएसएस के जिला धर्मजागरण प्रमुख चंदन चौहान, बौद्धिक प्रमुख लोकेन्द्र, सागर, संदीप, मुकेश मैठानी, विभोर, जिला सेवा प्रमुख मदनमोहन नौटियाल,रणजीत सिंह, देवानंद, गिरीश जोशी, इन्द्रमोहन, ऋतांशु कंडारी, बीरबल, ऋषभ, राजन, नवीन प्रकाश नौटियाल, एबीवीपी के प्रदेश मंत्री सुधीर जोशी, दीपक उनियाल, बजरंग दल के रजत त्यागी, विहिप के जिला संयोजक संजीव, कैलाश चमोली, दीवान सिंह, संदीप कुमार आदि प्रमुख थे।

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