नैनीताल की निकिता व भरसार की अंजली ने वाद-विवाद में मारी बाजी नैनीताल की निकिता और भरसार की अंजली ने मारी बाजी
हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विवि की ओर से संविधान दिवस की 70वीं वर्षगांठ पर "क्या मौलिक कर्तव्य भी मौलिक अधिकारों की भांत कानूनी रुप से बाध्यकारी होने चाहिए" विषय पर राज्य स्तरीय वाद-विवाद...
हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विवि की ओर से संविधान दिवस की 70वीं वर्षगांठ पर -क्या मौलिक कर्तव्य भी मौलिक अधिकारों की भांति कानूनी रूप से बाध्यकारी होने चाहिए.. विषय पर राज्य स्तरीय वाद-विवाद प्रतियोगिता आयोजित की गई। प्रतियोगिता के पक्ष में कुमाऊ विवि के डीएसबी कैंपस नैनीताल की निकिता खाती प्रथम ग्राफिक एरा की अनुषा गैरोला एवं देव संस्कृति विवि हरिद्वार के गौतम अगिरा ने संयुक्त रूप से द्वितीय स्थान और एफआरआई देहरादून की दीक्षा मिश्रा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। विपक्ष में वीर चंद्र सिंह गढ़वाली कृषि एवं उद्यानिकी विवि भरसार की अंजलि रावत प्रथम, एफआरआई देहरादून की मीनल दुबे द्वितीय व देव संस्कृति विवि हरिद्वार की चित्रा कश्यप ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। ऑनलाइन माध्यम से आयोजित प्रतियोगिता के शुभारंभ पर बतौर मुख्य अतिथि गढ़वाल विवि की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल ने कहा कि हमारा संविधान का प्रत्येक अनुच्छेद मानव कल्याण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम विवि में शैक्षणिक गतिविधियों का प्रसार है। कार्यक्रम के नोडल अधिकारी प्रो. एमएम सेमवाल ने कहा कि कोरोना महामारी से उपजे संकट का सदुपयोग विवि द्वारा ऑनलाइन गतिविधियों को बढ़ावा दे कर किया जा रहा है। प्रतियोगिता के निर्णायक की भूमिका में पीजी कॉलेज डोईवाला के राजनीति विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. राखी पंचोला, सामाजिक कार्यकर्ता महिपाल सिंह नेगी एवं गढ़वाल विवि के डॉ. आशुतोष गुप्ता मौजूद रहे। प्रो. महावीर सिंह नेगी ने सभी का स्वागत व डॉ प्रशांत कंडारी ने कार्यक्रम का संचालन किया।