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संस्कृत को व्यवहार में लाने की जरूरत: मैठाणी

सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज श्रीकोट गंगानाली में उत्तराखंड संस्कृत अकादमी की ओर से विभिन्न संस्कृति प्रतियोगिताओं का आयोजन किया...

संस्कृत को व्यवहार में लाने की जरूरत: मैठाणी
हिन्दुस्तान टीम,श्रीनगरThu, 06 Sep 2018 04:44 PM
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सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज श्रीकोट गंगानाली में उत्तराखंड संस्कृत अकादमी की ओर से विभिन्न संस्कृत प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। प्रतियोगिताओं का उद्घाटन बतौर मुख्य अतिथि पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष विपिन चंद्र मैठाणी ने किया। इस दौरान उन्होंने संस्कृत की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है। कहा यह प्रतियोगिताएं राज्य की द्वितीय राजभाषा को व्यवहार में लाने का प्रयास हैं। विकासखंड स्तरीय संस्कृति प्रतियोगिताओं के उद्घाटन अवसर पर विशिष्ट अतिथि साहित्यकार डा. विष्णुदत्त कुकरेती ने छात्र-छात्राओं को संस्कृत का ज्ञान देने व इसे व्यवहारिक रूप में उपयोग में लाए जाने पर जोर दिया। कहा भाषा की श्रेष्ठता समाज की श्रेष्ठता प्रदर्शित करती है। इस मौके पर खंड शिक्षा अधिकारी एमएल आर्य, सरस्वती विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य लोकेंद्र अण्थ्वाल, खंड संयोजक रामचंद्र भट्ट, कार्यक्रम संयोजक सुरेद्र बमराड़ा, पुरूषोत्तम गैरोला, सुरेश, प्रेम प्रकाश रावत आदि मौजूद रहे। प्रतियोगिता में ब्लॉक के 19 विद्यालयों के प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया।

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