कोटद्वार को आखिर कब मिलेगा नया बस अड्डा
कोटद्वारवासियों के लिए आधुनिक बस अड्डे केवल सपना बनकर रह गया है। सिस्टम की उदासीनता के चलते बस अड्डे का निर्माण कार्य कई वर्षों से अधर में लटका हुआ...
कोटद्वारवासियों के लिए आधुनिक बस अड्डे केवल सपना बनकर रह गया है। सिस्टम की उदासीनता के चलते बस अड्डे का निर्माण कार्य कई वर्षों से अधर में लटका हुआ है। आलम यह है कि बस अड्डा की जगह पर कार्यदायी एजेंसी ने बड़ा गड्ढा खोदकर छोड़ दिया है जो अब वाहनों की पार्किंग के काम भी नहीं आ पा रहा है।
पिछले विधानसभा, नगर निगम एवं लोकसभा के चुनावों में मोटर नगर में आधुनिक बस अड्डे का मुद्दा सभी राजनीतिक दलों के घोषणा पत्रों में शामिल रहा। लेकिन जीतने के बाद कोई भी प्रत्याशी इस घोषणा को धरातल पर नहीं उतारा पाया। इस बार भी विधानसभा चुनाव में भी राजनीतिक दलों द्वारा इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया गया। लेकिन जीतने के बाद प्रत्याशी इसको लेकर कितनी गंभीरता दिखाएंगे, यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
कोटद्वार में आधुनिक बस अड्डा निर्माण के लिए तत्कालीन नगर पालिका ने वर्ष 2010-11 में मोटर नगर की खाली भूमि को चिन्हित किया गया था। 23 मार्च 2013 को पीपीपी मोड पर आधुनिक बस टर्मिनल बनाने का कार्य एक निजी संस्था को सौंप दिया गया था। इसके लिए पालिका ने मोटर नगर की 1.838 हेक्टेयर भूमि में से 1.503 हेक्टेयर भूमि कंपनी को मुहैया करवा दी थी। शर्तों के अनुरूप, मार्च 2015 तक बस अड्डे का निर्माण पूर्ण कर नगर पालिका को सौंपा जाना था। लेकिन, आज भी निर्माण कार्य अधूरा है। स्थानीय निवासी सुमनलता देवी, जयवीर सिंह, चंद्रमोहन कोटनाला आदि का कहना है कि मोटर नगर स्थित निर्माणाधीन बस अड्डे के निर्माण को लेकर यदि जनप्रतिनिधि गंभीरता दिखाते तो शहर में आज पार्किंग की समस्या का निस्तारण हो गया होता।
इनका कहना है..
नगर आयुक्त किशन सिंह नेगी का कहना है कि मोटर नगर में बस अड्डा निर्माण का मसला न्यायालय में लंबित है। नगर निगम की ओर से कार्यदायी संस्था से वार्ता कर मध्य का मार्ग निकालने का प्रयास किया जा रहा है।