गढ़वाल विवि की लैंग्वेज लैब को मिली डब्ल्यूएचओ की स्वीकृति
श्रीनगर। संवाददाता हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के अंग्रेजी व आधुनिक यूरोपीय भाषाएं तथा...
हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के अंग्रेजी व आधुनिक यूरोपीय भाषाएं तथा अन्य विदेशी भाषा विभाग के अंतर्गत संचालित लैंग्वेज लैब में विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियों के प्रयास प्रारंभ कर दिए गए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन से समन्वय कर सामुदायिक सहभागिता के क्रम में स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता को स्थानीय बोली भाषा के माध्यम से लोकप्रिय बनाने के दृष्टिकोण से एक प्रोजेक्ट की सैद्धांतिक स्वीकृति विश्व स्वास्थ्य संगठन से प्राप्त हुई है।
विश्वविद्यालय की लैंग्वेज लैब की सलाहकार प्रो.मोनिका गुप्ता ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ विश्वविद्यालय का समन्वय होना एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। किसी भी छात्र को विविध भाषा बोलियों पर कार्य सर्वेक्षण और शोध करने के लिए इसका लाभ प्राप्त होगा। उन्होंने बताया कि विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. आरुषि इस प्रोजेक्ट की मुख्य अन्वेषक होंगी। इस प्रारूप से स्थानीय बोली भाषा की उपयोगिता का सर्वेक्षण तथा प्रभाव जन जागरूकता अभियानों पर पड़ सकता है का अध्ययन किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि नई शिक्षा नीति में स्थानीय भाषाओं का प्रभावी उपयोग किए जाने हेतु प्रेरित किया गया है।