दौतल कुंवर को अनशन से जबरन उठाए जाने पर भड़के आंदोलनकारी
उत्तराखंड संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच के बैनर तले कीर्तिनगर में 38 दिन से आमरण अनशन पर बैठे मंच के प्रदेश संयोजक दौलत कुंवर को जबरन उठाए जाने पर आंदोलनकारी भड़क गए। इस दौरान आंदोलनकारियों की पुलिस...
उत्तराखंड संवैधानिक अधिकार संरक्षण मंच के बैनर तले कीर्तिनगर में 38 दिन से आमरण अनशन पर बैठे मंच के प्रदेश संयोजक दौलत कुंवर को जबरन उठाए जाने पर आंदोलनकारी भड़क गए। इस दौरान आंदोलनकारियों की पुलिस के साथ तीखी-नोक झोंक भी हुई। भारी मसक्कत के बाद पुलिस को दौलत कुंवर को उठाने में सफलता हाथ लगी। पुलिस उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने देहरादून ले गई है। शुक्रवार को सुबह छह बजे के करीब दल-बल के साथ पहुंची पुलिस ने दौलत कुंवर के स्वास्थ्य में आ रही गिरावट को देखते उन्हें अनशन स्थल से जबरन उठा दिया। इसके विरोध में आंदोलनकारी महिलाओं ने कीर्तिनगर-बडियारगढ़ मोटर मार्ग पर जाम लगा दिया।
आंदोलनकारियों ने इस दौरान क्षेत्रीय विधायक, सांसद, शासन-प्रशासन व कंपनी के अधिकारियों के विरोध में जमकर नारेबाजी की। मौके पर आयोजित सभा में आंदोलनकारियों ने कहा कि सरकार व शासन-प्रशासन कंपनी के हाथ की कठपुतली बन चुका है। प्रभावितों की मांगों को पूरा कराने के बजाय पूरी सरकार कंपनी के पक्ष में खड़ी हो गई है। आंदोलनकारियों ने कहा कि जब तक जिला प्रशासन उनकी मांगों पर सकारात्मक निर्णय नहीं लेगा तब तक वह कीर्तिनगर में जाम नहीं खोलेंगे। अनशनकारी दौलत कुंवर को जबरन उठाने का विरोध करने वालों में समीर रतूड़ी, जिला पंचायत सदस्य डा. उत्तम भंडारी, क्षेत्र पंचायत सदस्य मुकेश बत्र्वाल, श्याम सिंह, विरेंद्र लाल, राजेश पांडेय, सतीश थपलियाल, सुनीता पांडेय, सोहन लाल, लक्ष्मी देवी आदि शामिल रहे। कोतवाल चंदन सिंह चौहान ने कहा कि अनशन पर बैठे दौलत कुंवर के स्वास्थ्य में लगातार गिरावट आ रही थी। जिसको देखते हुए उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने देहरादून ले जाया गया है।