ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तराखंड रुद्रपुरशांतिपुरी के ग्रामीणों ने खनन का विरोध कर पट्टा बंद कराया

शांतिपुरी के ग्रामीणों ने खनन का विरोध कर पट्टा बंद कराया

शांतिपुरी के ग्रामीणों ने क्षेत्र में कोरोना संक्रमण फैलने की संभावना को देखते हुए सड़कों पर खुला विरोध कर खनन पट्टा बंद करा दिया है। वहीं मौके पर पहुंचे पुलिस प्रशासन ने पट्टों की अनुमति शासन स्तर...

शांतिपुरी के ग्रामीणों ने क्षेत्र में कोरोना संक्रमण फैलने की संभावना को देखते हुए सड़कों पर खुला विरोध कर खनन पट्टा बंद करा दिया है। वहीं मौके पर पहुंचे पुलिस प्रशासन ने पट्टों की अनुमति शासन स्तर...
1/ 2शांतिपुरी के ग्रामीणों ने क्षेत्र में कोरोना संक्रमण फैलने की संभावना को देखते हुए सड़कों पर खुला विरोध कर खनन पट्टा बंद करा दिया है। वहीं मौके पर पहुंचे पुलिस प्रशासन ने पट्टों की अनुमति शासन स्तर...
शांतिपुरी के ग्रामीणों ने क्षेत्र में कोरोना संक्रमण फैलने की संभावना को देखते हुए सड़कों पर खुला विरोध कर खनन पट्टा बंद करा दिया है। वहीं मौके पर पहुंचे पुलिस प्रशासन ने पट्टों की अनुमति शासन स्तर...
2/ 2शांतिपुरी के ग्रामीणों ने क्षेत्र में कोरोना संक्रमण फैलने की संभावना को देखते हुए सड़कों पर खुला विरोध कर खनन पट्टा बंद करा दिया है। वहीं मौके पर पहुंचे पुलिस प्रशासन ने पट्टों की अनुमति शासन स्तर...
हिन्दुस्तान टीम,रुद्रपुरFri, 01 May 2020 06:00 PM
ऐप पर पढ़ें

शांतिपुरी के ग्रामीणों ने क्षेत्र में कोरोना संक्रमण फैलने की संभावना को देखते हुए सड़कों पर खुला विरोध कर खनन पट्टा बंद करा दिया है। वहीं मौके पर पहुंचे पुलिस प्रशासन ने पट्टों की अनुमति शासन स्तर से होने का हवाला देते हुए मामला जिला प्रशासन पर छोड़ दिया है। प्रदेश सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन ने बीते 26 अप्रैल 2020 को शांतिपुरी के गोला नदी स्थित गोल्ज्यू धर्म कांटे के पास सोशल डिस्टेंसिंग समेत कोरोना संक्रमण के तमाम सुरक्षा मानकों के साथ उपखनिज निकासी की अनुमति दी थी लेकिन स्थानीय ग्रामीणों में इसको लेकर आक्रोश फैल गया। उन्होंने शुक्रवार को शांतिपुरी नंबर चार स्थित गोलज्यू धर्म कांटे के मार्ग में इकठ्ठा हो कर उपखनिज निकासी मार्ग को बंद कर दिया। विरोध प्रदर्शन कर रही महिलाओं व ग्रामीणों ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाया कि एक ओर लॉकडाउन के चलते किसानों पर कई प्रतिबंध लगा कर उन्हें कृषि मजदूर नहीं मिल पा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर क्षेत्र में खनन पट्टों को अनुमति देकर जानबूझ कर गांव में बाहरी लोगों व खनन मजदूरों को प्रवेश देकर उनकी जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि खनन के लिए क्षेत्र में बड़ी संख्या में यूपी, बिहार के मजदूर आ-जा रहे हैं तो दूसरी ओर उपखनिज ढो रहे वाहनों की धूल से भी गांव में संक्रमण का खतरा बना हुआ है। इस दौरान आक्रोशित ग्रामीणों को पुलिस प्रशासन ने समझाने का भरपूर प्रयास किया लेकिन ग्रामीणों ने पुलिस की नहीं सुनी और पट्टाधारकों ने काम बंद कर सभी उपखनिज वाहनों को बाहर भेज दिया। इधर, आक्रोशित ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजकर कोरोना संक्रमण के दौरान खनन पट्टो को पूर्ण रूप से बंद रखने की मांग की है। विरोध करने वालों में दीप माला ग्राम संगठन की लीडर दीपा जोशी, कमला देवी, पुष्पा देवी, निर्मला देवी, कुंती देवी, सोभा, मीना, सोनी, किरन, मीना बिष्ट, मंजू देवी, तारा देवी आदि मौजूद रहे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें