सिडकुल घोटाले की जांच पर पीएमओ ने मांगा जवाब
राज्य में वर्ष 2012 से 2017 की अवधि में हुए सिडकुल घोटाले की शिकायत पीएमओ कार्यालय तक पहुंच गयी है। पीएमओ कार्यालय ने आरटीआई कार्यकर्ता निखिलेश...
राज्य में वर्ष 2012 से 2017 की अवधि में हुए सिडकुल घोटाले की शिकायत पीएमओ कार्यालय तक पहुंच गयी है। पीएमओ कार्यालय ने आरटीआई कार्यकर्ता निखिलेश घरामी निवासी अरविंदनगर के शिकायती पत्र पर रिपोर्ट तलब की है। मामले की जांच रिपोर्ट में ऊधम सिंह नगर के सिडकुल में 112 पत्रावलियों में पांच के अभिलेख अब तक जांच टीम को नहीं दिए गए हैं। केवल 52 पत्रावलियों की जांच पूरी हो पायी है। इन पत्रावलियों में नियम विरुद्ध निर्माण की पुष्टि हुई है।
बता दें शासन ने वर्ष 2012 से 2017 की अवधि में सिडकुल सिडकुल के कार्यों की स्वीकृति, प्रक्रिया, आगणन गठित करने की प्रक्रिया, कार्यों की गुणवत्ता की भारी कमी और कई पदों पर नियुक्तियां एवं वेतन निर्धारण न किये जाने के प्रकरणों की एसआईटी जांच का निर्णय लिया था। इसमें अधिकांश प्रकरण सितारगंज सिडकुल के बताये जा रहे हैं। डीजी अपराध और कानून व्यवस्था ने पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल मण्डल के पर्यवेक्षण में एसआईटी का गठन किया है। एसआईटी को ऊधम सिंह नगर जनपद के सिडकुल क्षेत्र में वर्ष 2012 से वर्ष 2017 तक के मध्य कराये गए 112 पत्रावलियां प्राप्त हुई। एसआईटी के अनुरोध पर डीएम ऊधम सिंह नगर ने सिविल कार्यों की तकनीकी जांच के लिए अधीक्षण अभियंता लोनिवि रुद्रपुर, अधीक्षण अभियंता ग्रामीण निर्माण विभाग, इलेक्ट्रिक कार्यों की जांच के लिए अधीक्षण अभियंता विद्युत को नामित किया था। एसआईटी को जांच में तमाम अनियमितताएं मिली हैं। एसआईटी ने 52 पत्रावलियों में जांच पूरी कर डीआईजी गढ़वाल मंडल को सौंप दी है। एसआईटी ने जांच में पाया है सिडकुल के अधिकारियों ने निर्माण कार्यों में शासनदेश और नियमों का उल्लंघन किया है। बताया गया वित्तीय अनियमितता के मामले भी सामने आये हैं। अभी 60 फाइलों की जांच शेष हैं। अभी तक पांच निर्माण कार्यों से संबंधित आवश्यक अभिलेख तकनीकी जांच के लिए कार्यदायी संस्थाओं ने अभिलेख उपलब्ध नहीं कराए हैं। जबकि एसआईटी लगातार कार्यदायी संस्थाओं ने अभिलेख मांग रही है। अभिलेख नहीं मिलने से जांच प्रक्रिया में विलंब हो रहा है। वहीं, इस संबंध में एसएसपी ऊधमसिंह नगर दलीप सिंह कुंवर से बात करने की कोशिश की गई लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया।
मांग
दो वर्षों से लंबित जांच में दोषियों की गिरफ्तारी की मांग
अरविंदनगर निवासी आरटीआई कार्यकर्ता निखिलेश घरामी ने सिडकुल में एक हजार करोड़ की वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाया है। पीएमओ को भेजे पत्र में निखिलेश घरामी ने आरोप लगाया प्रारंभिक जांच में घोटाले की पुष्टि होने के बाद भी दो वर्षों में कोई कार्रवाई नहीं हुई है। सिडकुल घोटाले में भी अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। जांच के लिए विभागीय अफसर एसआईटी को सहयोग नहीं कर रहे हैं।