नेपाल से आ रही सात लाख की मटर और हेलमेट पकड़े
कोरोना महामारी के चलते भारत नेपाल सीमा सील होने के बावजूद तस्करी थमने का नाम नहीं ले रही है। शनिवार की शाम और रात एक बजे दो स्थानों पर एसएसबी ने नेपाल से आ रही मटर और हेलमेट बरामद किए हैं। एक मामले...
कोरोना के चलते भारत-नेपाल सीमा सील होने के बावजूद तस्करी थमने का नाम नहीं ले रही है। शनिवार शाम और रात एक बजे दो स्थानों पर एसएसबी ने नेपाल से आ रही मटर और हेलमेट बरामद किए हैं। एक मामले में दो तस्कर गिरफ्तार किए गए हैं, जबकि दूसरे मामले में तस्कर फरार हो गए। एसएसबी ने बरामद सामान कस्टम के सुपुर्द कर दिया है।
शनिवार शाम करीब चार बजे मेलाघाट एसएसबी सी कंपनी के जवान पेट्रोलिंग पर थे। जवानों को सूचना मिली सीमा पर स्थित पिलर संख्या 796/1 के पास भारत सीमा के अंदर लगे गन्ने के खेत में कुछ लोग सिर पर सामान रखकर ला रहे हैं। सूचना पर एसएसबी के जवानों ने गन्ने के खेत में सर्च ऑपरेशन चलाया। इस दौरान उन्हें गन्ने के खेत से 16 कट्टे मटर और तीन हेलमेट बरामद किये। इधर, एसएसबी को अपनी ओर आता देख तस्कर नेपाल की ओर भाग गए। बरामद माल की कीमत 43, 000 रुपये बताई जा रही है। तस्करी का सामान पकड़ने वाली टीम में एसएसबी कंपनी कमांडर मनोहर लाल, एएसआई जीडी प्रेम सिंह, हेड कांस्टेबल दिनेश सिंह, मदन और अजय रहे। इधर, बीती देर रात 57 वीं वाहिनी एसएसबी सी कंपनी मेलाघाट और 49वीं वाहिनी एसएसबी बी कंपनी नौजलिया के जवानों को पेट्रोलिंग के दौरान पिलर संख्या 796/17 के पास रात को एक बजे एक पिकअप वाहन में कुछ लोग सामान लोड करते दिखे। संज्ञान लेकर दोनों टीमों ने दोनों तरफ से घेराव कर पिकअप संख्या यूके03सीए0501 सहित 34 कट्टे चाइनीज मटर समेत दो तस्कर मोहम्मद जाकिर (47) और सिकंदर (22) को गिरफ्तार किया। बरामद 34 कट्टे मटर और पिकआप गाड़ी का मूल्य 670000 रुपये है। टीम में संजय, योगेश, सरदारमल वर्मा, विजय कुमार, 49वीं कंपनी कमांडर उज्ज्वल सिंह, एएसआई राकेश कुमार, हेड कांस्टेबल पुष्पेंद्र कुमार, चरनजीत आदि रहे।
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चने की दाल में होती है मटर की मिलावट
खटीमा। नेपाल से लाई जा रही मटर भारत में होने वाली मटर के दाने की अपेक्षा छोटी होती है। नेपाल से आने वाली मटर को दलने के बाद इसका उपयोग चने की दाल में मिलावट के लिए किया जाता है। नेपाली मटर भारत में चने की दाल में मिलाकर महंगे दाम में बिकती है। नेपाल से मटर की तस्करी पूर्व से ही होती आई है।