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राष्ट्रीय शिक्षा नीति 21वीं सदी की आवश्यकता अनुरूप : डॉ. बिष्ट

उच्च शिक्षा उन्नयन समिति के उपाध्यक्ष(राज्यमंत्री) डॉ. बहादुर सिंह बिष्ट ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 21 वीं सदी के भारत की अपेक्षाओं, आवश्यकताओं के अनुरूप है। गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा जिसमें सृजन...

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 21वीं सदी की आवश्यकता अनुरूप : डॉ. बिष्ट
हिन्दुस्तान टीम,रुद्रपुरWed, 23 Sep 2020 11:53 PM
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उच्च शिक्षा उन्नयन समिति के उपाध्यक्ष (राज्यमंत्री) डॉ. बहादुर सिंह बिष्ट ने कहा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 21 वीं सदी के भारत की अपेक्षाओं, आवश्यकताओं के अनुरूप है। गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा जिसमें सृजन धर्मी, ज्ञान संपन्न, आत्म निर्भर व्यक्तित्व निर्माण की क्षमता है। उन्होंने कहा यह नीति युवाओं को रोजगार देने में भी सहायक होगी।

मंगलवार को उच्च शिक्षा उन्नयन समिति के उपाध्यक्ष डॉ. बिष्ट एसबीएस महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा आयोजित एक दिवसीय वेबीनार ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा यह शिक्षा नीति भविष्य के संभावित परिवर्तनों को परिलक्षित कर और विद्यार्थियों को केंद्र में रखकर तैयार की गयी है। एसबीएस महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. कमल किशोर पांडे ने कहा यह शिक्षा नीति भारत को ग्लोबल नॉलेज सुपर पावर के रूप मे स्थापित करेगी। साथ ही देश के अपेक्षाओं को पूरा करेगी। इसमें विद्यार्थियों को च्वाइस ऑफ फ्रीडम में रहेगा। मुख्य वक्ता क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी मेरठ के प्रो. राजीव कुमार गुप्ता ने कहा राष्ट्रीय शिक्षा नीति में ऐसे प्रावधान हैं, जिनसे गुणवत्ता पूर्ण, सर्वसुलभ, रोजगार परक, युवा कौशल पोषी शिक्षा उपलब्ध हो सकेगी। विशिष्ट वक्ता डॉ. मृदुल जोशी ने कहा व्यावहारिक प्रयोगात्मक शिक्षा राष्ट्रीय शिक्षा नीति की मूल है। राष्ट्रीय शिक्षा निति शिक्षा का ढांचा बदलकर सकारात्मक भूमिका निभायेगी। इस दौरान राष्ट्रीय सेवा योजना उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. अशोक श्रोती, राष्ट्रीय सेवा योजना के राज्य संपर्क अधिकारी अजय अग्रवाल, डॉ. विजय कुमार, राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रभारी डॉ. गौरव वार्ष्णेय ने अपने विचार रखे। यहां मनोज जौहरी, ललित मोहन पाण्डे, डॉ. शशि बाल वर्मा, डॉ. निर्मला जोशी, डॉ. अंचलेश कुमार, डॉ. दिनेश शर्मा, डॉ. आरके पाण्डेय, डॉ. हरीश चंद्रा, राजेश कुमार, प्रो. शंभू दत्त पाण्डेय, डॉ. मनीष तिवारी, परीक्षा प्रभारी डॉ. पीएन तिवारी, प्रो. एके पालीवाल, डॉ. राजेश कुमार सिंह, डॉ. मनोज पाण्डेय, डॉ. शर्मीला सक्सेना, डॉ. रूमा शाह, डॉ. रिनू रानी, डॉ. मुन्नी जोशी, डॉ. भगवती रहीं।

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