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विधायक ने शहीद स्मारक, थारू -गैर थारू भूमि समस्या सीएम के सामने रखी

विधायक ने शहीद स्मारक के स्थान को लेकर क्षेत्र की जनभावनाओं से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को अवगत कराया। उन्होंने शहीद स्मारक के साथ ही थारू-गैर थारू भूमि समस्या, केंद्रीय विद्यालय परिसर से...

विधायक ने शहीद स्मारक, थारू -गैर थारू भूमि समस्या सीएम के सामने रखी
हिन्दुस्तान टीम,रुद्रपुरTue, 25 Aug 2020 11:52 PM
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विधायक पुष्कर सिंह धामी ने शहीद स्मारक के स्थान को लेकर क्षेत्र की जनभावनाओं से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को अवगत कराया। सीएम रावत ने मामले में मुख्य सचिव से बात कर आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दे दिये हैं।

1995 से आंदोलनकारी एक शहीद स्मारक बनाए जाने की मांग कर रहे हैं। पूर्व में खटीमा के विधायक रहे गोपाल सिंह राणा ने पुरानी तहसील में एक शहीद द्वार बनवाया। राज्य आंदोलनकारी पुरानी तहसील में शहीदों को श्रद्धांजलि देते थे। 2013 में राज्य सरकार ने पुरानी तहसील में एक बीघा जमीन शहीद स्मारक के लिए आवंटित कर संस्कृति विभाग को सौंप दी। बाद में पुरानी तहसील की कुछ जमीन नगर पालिका को भी हस्तांतरित की गई। नगर पालिका द्वारा यहां शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, पार्किंग के लिए जगह दी गई। इस बीच प्रशासन ने शहीद स्मारक के लिए पुराने अस्पताल की जगह संस्कृति विभाग को आवंटित कर दी। वहीं शहीद स्मारक की जगह बदले जाने से प्रमुख आंदोलनकारी भड़क गए। विधायक पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को मुख्यमंत्री रावत से भेंट कर राज्य आंदोलनकारियों की भावनाओं से अवगत कराया। सीएम ने मुख्य सचिव को आवश्यक कार्रवाई के लिए कहा है।

ये समस्याएं भी बतायीं

विधायक धामी ने वन भूमि व थारू जनजाति की भूमि पर बसे गैर थारूओं को स्वामित्व योजना का लाभ देकर मालिकाना अधिकार देने,125 परिवारों को भूमि का मालिकाना अधिकार देने आदि मांगे भी सीएम के समक्ष रखी। सीएम ने कार्रवाई का भरोसा दिलाया।

विधायक और मुख्यमंत्री का आभार जताया

उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों की बैठक में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत और विधायक पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त किया गया। कहा कि पुरानी तहसील परिसर में शहीद स्मारक बनाने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रमेश जोशी रामू ने कहा कि खटीमा आंदोलनों की धरती है। राज्य गठन के 20 वर्ष बाद शहीद स्मारक का निर्माण होगा तो यह क्षेत्र के लिए अच्छा है। तत्कालीन छात्र अभिभावक संघर्ष समिति के सचिव हरीश चंद्र जोशी ने कहा कि लोग चाहते थे कि पुरानी तहसील में ही शहीद स्मारक बने पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष नंदन सिंह खड़ायत, पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष अमित कुमार पांडेय न मुख्यमंत्री और विधायक का आभार जताया। इस अवसर पर भैरव दत्त पांडेय, हिमांशु बिष्ट, शिवशंकर भाटिया,सतीश गोयल, जगदीश पांडे, किशन सिंह बिष्ट किन्ना, राजू राणा, ललिता कन्याल, धाना भंडारी, जानकी पांडे, जितेंद्र रौतेला आदि मौजूद रहे।

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