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26 अगस्त से लापता ओमकार का कंकाल मिला

घर से मात्र 100 मीटर दूर गन्ने के खेत में पड़े थे शव के अवशेष100 मीटर दूर गन्ने के खेत में पड़े थे शव के अवशेष -कपड़ों से हुई मृतक की शिनाख्त -कंकाल के पास मिले कीट नाशक के डिब्बे -पुलिस बता रही...

26 अगस्त से लापता ओमकार का कंकाल मिला
हिन्दुस्तान टीम,रुद्रपुरSun, 11 Nov 2018 07:15 PM
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बरी अंजनिया गांव में नर कंकाल मिलने से हड़कंप मच गया। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने कंकाल और वहां मौजूद कीटनाशक के डिब्बे कब्जे में ले लिए। मृतक की पहचान परिजनों ने उसके कपड़ों से की। मृतक 26 अगस्त से घर से लापता था। युवक की मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस का कहना है कि मृतक ने काम न मिलने से विषपान कर जान दी है। पुलिस ने शव के अवशेष पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं। रविवार को गांव बरी अंजनिया में रामदयाल मौर्य के खेत में गन्ने की छिलाई कर रहे मजदूरों ने खेत में नरकंकाल के अवशेष फैले देखे। खेत में नर कंकाल की सूचना मिलते ही वहां ग्रामीणों का हुजूम लग गया। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंचे कोतवाल योगेश चन्द्र उपाध्याय व सत्रहमील पुलिस चौकी प्रभारी अनिल उपाध्याय ने नर कंकाल को कब्जे में ले लिया। गांव के ही रामजीत मौर्य ने कंकाल के पास मिले कपड़ों से उसकी शिनाख्त अपने पुत्र 25 वर्षीय ओमकार के रूप की। नर कंकाल की शिनाख्त होते ही पुलिस ने कंकाल को सील कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। चौकी प्रभारी अनिल उपाध्याय ने बताया कि कंकाल के पास कपड़े और कीटनाशक के खाली डिब्बे तथा पेंट की जेब से 110 रुपये बरामद हुए हैं। उन्होंने कहा कि मृतक के परिजनों ने कोई तहरीर उन्हें नहीं सौंपी है।

पुलिस को सौंपी थी गुमशुदगी की तहरीर

खटीमा। मृतक के पिता रामजीत मौर्य ने बताया कि उनका पुत्र ओमकार 26 अगस्त से घर से लापता था। वह रुद्रपुर सिडकुल में दिहाड़ी मजदूर का काम करता था। उन्होंने बताया कि ओमकार काम के सिलसिले में घर से बाहर रहता था। उससे कई-कई दिनों तक संपर्क नहीं होता था। 26 अगस्त की सुबह 5 बजे वह रुद्रपुर जाने की बात कहकर घर से निकला था। कई दिनों तक उन्होंने उसे अपनी रिश्तेदारी में खोजा। नहीं मिलने पर उन्होंने इसकी उसकी गुमशुदगी की तहरीर पुलिस को सौंपी थी।

परिवार में सबसे छोटा था ओमकार

खटीमा। रामजीत के पांच पुत्रों में ओमकार सबसे छोटा था। उससे बड़े राजकुमार, शिवकुमार, रामनवल विवाहित हैं जबिक उमेश और ओमकार अविवाहित थे। मृतक के पिता रामजीत का कहना था कि उसका पुत्र आत्महत्या नहीं कर सकता। जबकि पुलिस का कहना है कि मृतक ने आत्महत्या की है। फिलहाल पोस्टमार्टम के बाद स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। जवान पुत्र की मौत के बाद रामजीत के परिवार में कोहराम मचा हुआ है।

खेत जंगल से लगा होने से नहीं मिली शव की जानकारी

खटीमा। मृतक ओमकार का घर शव मिलने के स्थान से मात्र 100 मीटर की दूरी पर है। पुलिस का कहना है कि शव को यहां पड़े लगभग ढाई माह का समय बीत गया है। लेकिन किसी को दुर्गंध से भी पता नहीं लग पाया कि गन्ने के अंदर एक शव पड़ा हुआ है। इस संबंध में स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि खेत से लगा हुआ जंगल है। नजदीक ही मछली के तालाब है। यहां जंगली जानवरों की वजह से लोग कम आते जाते हैं। इसलिए उन्हें किसी प्रकार की दुर्गंध महसूस नहीं हुई।

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