खटीमा के नीरज भारतीय नौसेना में लेफ्टिनेंट बने
एझिमाला नौसेना अकादमी करेला में आयोजित पासिंग आउट परेड सेरेमनी के बाद खटीमा के नीरज ज्याला भारतीय नौसेना में लेफ्टिनेंट बन गए हैं। नीरज की...
एझिमाला नौसेना अकादमी करेला में आयोजित पासिंग आउट परेड सेरेमनी के बाद खटीमा के नीरज ज्याला भारतीय नौसेना में लेफ्टिनेंट बन गए हैं। नीरज की प्रारंभिक शिक्षा आर्मी स्कूल रानीखेत में हुई है। कक्षा पांच पास करने के बाद नीरज का चयन सैनिक स्कूल घोड़ाखाल के लिए हो गया था। 12 वीं की परीक्षा पास करने के बाद बचपन से ही मेधावी रहे नीरज का चयन एनडीए के लिए हुआ तीन साल तक एनडीए खड़कवासाला में कठिन प्रशिक्षण के बाद उन्होंने एक साल नौसेना अकादमी में प्रशिक्षण प्राप्त किया।
नीरज ज्याला को सेना में जाने का जज्बा अपने पिता शहीद सूबेदार कृष्ण सिंह ज्याला से विरासत में मिला। शहीद कृष्ण सिंह ज्याला जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेढ़ में शहीद हो गए थे। उसके बाद उनकी मां हीरा ज्याल जो कि एक गृहणी हैं। उनपर अपने दोनों बच्चों की परवरिस की जिम्मेदारी आ गई। आज नीरज जिस ऊंचाई पर हैं उसमें उनकी मां का बहुत बड़ा योगदान है। नीरज के बड़े भाई सूरज ज्याला भी दो वर्ष पूर्व नौसेना में लेफ्टिनेंट बने हैं। दोनों बेटों के नौसेना में अफसर बनने से मां हीरा ज्याला स्वयं को गौरवान्ति महसूस कर रही हैं। दोनों लेफ्टिनेंट की हौसला अफजाई में रिटायर्ड सूबेदार मेजर चंचल सिंह ज्याला का भी खासा योगदान रहा है।