करवाचौथ: करवा पूजन के बाद चलनी से चांद और पति के दीदार के बाद महिलाओं ने तोड़ा उपवास
-16 श्रृंगार कर सुहागिन महिलाओं ने करवा पूजन के बाद चलनी से चांद और पति के दीदार के बाद ने उपवास को तोड़ा। सुहागिनों ने अपने पति की लंबी उम्र की...
-सुहागिन महिलाओं ने पति की दीर्घायु की कामना के लिए दिनभर रखा निर्जला व्रत
-दिनभर मेंहदी की दुकानों में लगी रही महिलाओं की भीड़
रुद्रपुर। संवाददाता
16 श्रृंगार कर सुहागिन महिलाओं ने करवा पूजन के बाद चलनी से चांद और पति के दीदार के बाद ने उपवास को तोड़ा। सुहागिनों ने अपने पति की लंबी उम्र की कामना की। इससे पहले सुहागिन महिलाओं ने शहर के मंदिरों में करवा की कथा भी सुनी। इस दौरान मंदिरों में मोबाइल से शेल्फी खींचने वालों की काफी होड़ रही।
रविवार की सुबह से ही सुहागिन महिलाओं ने पति की दीर्घायु की कामना के लिए रहा था निर्जला व्रत रखा हुआ था। देर सायं से महिलाएं श्रृंगार कर शहर के श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर, दुर्गा मंदिर, मनकामेश्वर मंदिर, वैष्णों मंदिर, दूधिया मंदिर व अटरिया मंदिर में पहुंची। इस दौरान महिलाओं ने मंदिरों में पूजा अर्चना की और करवा की कथा सुनी। इसके बाद सुहागिनों ने पहले चलनी से चांद के दीदार किये और फिर पति के। इसके बाद पति के जल ग्रहण कराने के बाद महिलाओं ने अपना वृत तोड़ा। साथ ही घर के बढ़े-बजुर्गों का आशीर्वाद लिया। इस दौरान मंदिरों में कोविड गाइडलाइन का भी खासा ध्यान रखा गया।
वहीं विगत वर्ष की अपेक्षा इस बार बाजार में महिलाएं ने जमकर खरीददारी भी। दिनभर मुख्य बाजार में मेंहदी, कॉस्मेटिक, कपड़े, ज्वैलरी की दुकानों में महिलाओं की काफी भीड़ रही। इसके अलावा मिठाई की दुकानों में भी लोगों की भीड़ नजर आयी। वहीं बाजार में अधिकांश लोगों ने मास्क तक नहीं लगाया हुआ था। कॉस्मेटिक दुकान के स्वामी संदीप ने बताया कि विगत वर्ष कोरोना संक्रमण के चलते महिलाओं ने कॉस्मेटिक के साथ ही अन्य सामानों की खरीददारी से परहेज रखा था। इस बार कोरोना संक्रमण के मामले घटने और कोविड की गाइडलाइन में छूट मिलने से लोग खरीददारी के लिए घर से बाहर निकले। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार कोरोबार अच्छा रहा।