हर्षोल्लास के साथ मनाया गया ईद उल जुहा
कुर्बानी का पर्व ईद उल अजहा (बकरीद) बुधवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर सुबह आठ बजे खेड़ा स्थित ईदगाह में ईद की नमाज अदा की गई। जामा मस्जिद के इमाम इमामुद्दीन ने ईद की नमाज अदा कर देश...
कुर्बानी का पर्व ईद उल अजहा (बकरीद) बुधवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर सुबह आठ बजे खेड़ा स्थित ईदगाह में ईद की नमाज अदा की गई। जामा मस्जिद के इमाम इमामुद्दीन ने ईद की नमाज अदा कर देश में अमन-शांति की दुआ मांगी। इसके बाद मुस्लिम भाई-बहनों ने एक दूसरे को गले लगाकर मुबारकबाद दी। इसके बाद लोगों ने कुर्बानी दी। जामा मस्जिद के इमाम इमामुद्दीन ने बताया कि बकरीद रमजान के पवित्र महीने के खत्म होने के लगभग 70 दिन बाद मनाया जाने वाला पर्व है। उन्होंने बताया कि इस्लाम को मानने वाले लोगों के लिए बकरीद का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि हजरत इब्राहिम अपने बेटे हजरत इस्माइल को इसी दिन खुदा के हुक्म पर खुदा की राह में कुर्बान करने जा रहे थे। तब अल्लाह ने उनके नेक जज्बे को देखते हुए उनके बेटे को जीवनदान दे दिया। यह पर्व इसी की याद में मनाया जाता है। उन्होंने सभी लोगों को ईद की मुकारकबाद दी। इस मौके पर जामा मस्जिद के उलेमा इमामुद्दीन, जाहिद रजा रिजवी, डॉ. शाहिद रजा, वहीदुल्ला खान, साबिर अहमद, हाजी सलीम अहमद, नदीम खान, शाह खान राजशाही, फरीद अहमद, अकील मियां, साजिद खां, परवेज खान, बाबू अहमद मंसूरी, उमर खान, रईश अहमद, नासिर खां, अरशद खान, सैयद आजाद, सुहेल खान, समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।