सितारगंज। हमारे संवाददाता
सितारगंज में व्यापारी पुत्र भविष्य झाम्ब के दम तोड़ने से सितारगंज के अस्पतालों की बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खोल दी। विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती नहीं होने से अस्पताल रेफर सेंटर मात्र बनकर रह गये हैं।
बता दें बुधवार शाम व्यापारी राजेश झाम्ब का 14 वर्षीय पुत्र भविष्य सड़क हादसे में घायल हो गया था। उसे राहगीरों ने अस्पताल पहुंचाया। बताया जा रहा है भविष्य के पेट में अंदरुनी रक्तश्राव हो रहा था। लेकिन अस्पताल में दर्द के इंजेक्शन और ग्लूकोज चढ़ाने के अलावा कोई संसाधन नहीं है। अस्पताल में न तो अल्ट्रासाउंड मशीन है न ही सर्जन। ऐसे में रेफर करना ही एकमात्र विकल्प रहता है। सितारगंज से रुद्रपुर या हल्द्वानी मरीज को पहुंचाने में करीब डेढ़ घंटे लग जाता है। बुधवार शाम भी यहीं हुआ। भविष्य को समय पर उचित इलाज नहीं मिल पाया। जिस कारण उसने रुद्रपुर पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया। इधर, सिडकुल की स्थापना के बाद वाहनों की संख्या कई गुना बढ़ गयी है। खनन वाहनों से आये दिन हादसे हो रहे हैं। इससे रोजाना लोग गंभीर रूप से घायल होते हैं और समय पर इलाज नहीं मिलने से दम तोड़ देते हैं। उधर, विधायक सौरभ बहुगुणा ने कहा विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती के लिए प्रयासरत हैं।