किसानों की अनदेखी का खामियाजा सरकार को भुगतना होगा: मारवाह
दिल्ली के जंगपुरा विधानसभा से चार बार के विधायक रहे और दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी के सदस्य रहे किसान नेता तरविंदर सिंह मारवाह ने कहा है कि कृषि...
दिल्ली के जंगपुरा विधानसभा से चार बार के विधायक रहे और दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी के सदस्य रहे किसान नेता तरविंदर सिंह मारवाह ने कहा है कि कृषि विधेयक बिल किसानों के हित में नहीं है। पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए यह बनाया गया है। वर्तमान में केंद्र की मोदी सरकार किसानों के आंदोलन को नजरअंदाज कर रही है। इसका खामियाजा भाजपा को आगामी चुनाव में भुगतना पड़ेगा। इसके लिए किसान आंदोलन दस माह नहीं, बल्कि दस साल तक भी चले तो भी किसान पीछे हटने वाला नहीं है।
शनिवार को काशीपुर मार्ग स्थित एक कार्यालय में पहुंचे पूर्व विधायक एवं वर्तमान किसान नेता मारवाह ने पत्रकार वार्ता में कहा कि किसान आंदोलन को साल भर के करीब होने को है लेकिन कृषि कानून को रद्द करने की जगह इसे सरकार अपने रुख पर अड़ी हुई है। जबकि देश का हमेशा नारा जय जवान-जय किसान रहा है। वर्तमान में देश का अन्नदाता एवं जवान आमने सामने है। आरोप लगाया कि केंद्र सरकार भ्रमक प्रचार करवा कर किसान आंदोलन में फूट डाल दी है। सरकार के यह मंसूबे सफल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि पिछले 15 दिनों से तराई का दौरा चल रहा है। जगह-जगह बैठकों के माध्यम से किसानों को संगठित कर आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोला जाएगा। सिख संगठन के प्रदेश सचिव वीर सिंह विर्क,तनवीर सिंह, अमनदीप सिंह विर्क,जोता चीमा,सुखप्रीत सिंह,परविंदर सिंह ढिल्लो,धर्मेद्र कुमार,वनराज सिंह,गुरदेव सिंह आदि मौजूद थे।