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फर्जी तरीके से क्लीनिक चला रहे चिकित्सक की क्लीनिक सील

बिना रजिस्ट्रेशन के क्लीनिक चला रहे सरकार क्लीनिक को स्वास्थ्य विभाग ने सील कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों को देखकर छोलाछाप डॉक्टर फरार हो गया। क्लीनिक में बायोमेडिकल वेस्ट भी मिला है। जिनके...

फर्जी तरीके से क्लीनिक चला रहे चिकित्सक की क्लीनिक सील
हिन्दुस्तान टीम,रुद्रपुरWed, 06 Mar 2019 07:00 PM
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बिना रजिस्ट्रेशन के क्लीनिक चला रहे सरकार क्लीनिक को स्वास्थ्य विभाग ने सील कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों को देखकर वहां मौजूद झोलाछाप फरार हो गया। क्लीनिक में बायोमेडिकल वेस्ट भी मिला है, जिनके निस्तारण का कोई इंतजाम नहीं था। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्साधिकारी डॉ. राजेश आर्या ने पुलिस को तहरीर सौंपी है। इसके अलावा टीम ने दो पैथोलॉजी लैब में भी छापे मारे। इस दौरान लैब स्वामी रजिस्ट्रेशन नहीं दिखा पाये। दोनों पर 50-50 हजार रुपये जुर्माने की कार्रवाई की गई है। सितारगंज में भी लाइफ केयर अस्पताल में छापेमारी की गई। यहां टीम को कोई डॉक्टर नहीं मिला। अस्पताल प्रबंधन ने दो दिनों में डॉक्टरों की सूची,उनके प्रमाण पत्र व अस्पताल के रजिस्ट्रेशन की जानकारी मुहैय्या कराने को कहा है।बुधवार को एसीएमओ डॉ. अविनाश खन्ना, सीएमएस सितारगंज डॉ. विनय यादव, चिकित्साधिकारी डॉ. राजेश आर्या, ललित जोशी ने शक्तिफार्म बाजार में स्थित सरकार क्लीनिक में छापा मारा। टीम को देखकर वहां मौजूद झोलाछाप मौके से फरार हो गया। क्लीनिक में तमाम दवाइयां थी, जो डिग्रीधारक डॉक्टर लिख सकता है। यहां खून से सनी सीरिंज, निडिल व बायोकैमिकल वेस्ट मिला। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पुलिस बुलाकर दुकान सील कर दी। जांच टीम ने शक्तिफार्म में सत्या पैथोलॉजी व देवभूमि पैथोलॉजी की जांच की। दोनों पैथोलॉजी लैब बिना अनुमति के चलते मिले। डॉ. विनय यादव ने बताया कि दोनों को 50-50 हजार का जुर्माना लगाया गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस को निजी चिकित्सक के खिलाफ तहरीर दी है। इधर, जांच टीम ने सितारगंज के लाइफ केयर हॉस्पिटल में छापा मारा। यहां कोई डॉक्टर मौके पर मौजूद नहीं मिला। सीएमएस डॉ. यादव ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन से निजी अस्पताल में तैनात डॉक्टरों की सूची, उनके प्रमाण पत्र, रजिस्ट्रेशन व दूसरे प्रमाण पत्रों को दो दिन में उपलब्ध कराने को कहा है। उपलब्ध नहीं कराने पर वैधानिक कार्रवाई होगी।

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