केन्द्र व प्रदेश सरकार की नीतियों पर भड़का अखिल भारतीय किसान सभा
अखिल भारतीय किसान सभा की बैठक में प्रदेश महामंत्री गंगाधर नौटियाल ने कर्ज में डूबे किसानों की आत्महत्या के लिए केन्द्र व प्रदेश सरकारों को जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि उपज की लागत कई गुना बढ़ गई...
अखिल भारतीय किसान सभा की बैठक में प्रदेश महामंत्री गंगाधर नौटियाल ने कर्ज में डूबे किसानों की आत्महत्या के लिए केन्द्र व प्रदेश सरकारों को जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि उपज की लागत कई गुना बढ़ गई लेकिन किसानों को फसल का उचित दाम नहीं मिल पा रह है। इससे कर्ज में डूबा किसान आत्महत्या कर रहा है। उन्होंने कहा कि 28 फरवरी को ऋण माफी, स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने, फसल के दाम लागत के डेढ़ गुना करने, लघु व मझोले किसानों को पांच हजार पेंशन देने समेत 13 सूत्रीय मांगों को लेकर देहरादून में प्रदर्शन होगा।रविवार को मण्डी समिति अतिथि गृह में आयोजित बैठक में अखिल भारतीय किसान सभा के प्रदेश महामंत्री गंगाधर नौटियाल ने कहा कि सरकारों ने उदारीकरण की प्रक्रिया चलाई।
इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, बैंक, बीमा, सार्वजनिक उद्योग, सार्वजनिक परिवहन, कृषि, सिंचाई, उद्योग को कमजोर किया गया है। इससे भ्रष्टाचार, महंगाई व बेरोजगारी बढ़ी है। वक्ताओं ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को मजाक करार दिया। किसानों ने ऋण माफी, 60 वर्ष से अधिक आयु के छोटे व मझोले किसानों को पांच हजार मासिक पेंशन देने, जंगली जानवरों व अवार पशुओं से निजाद दिलाने, गन्ने का मूल्य 400 रुपये प्रति कुंतल करने, सार्वजनिक वितरण प्रणाली लागू करने, सरकार किसानों की उपजों की खरीद सुनिश्चित करने, सारे बकाया कर्ज माफ करने की मांग की गई। प्रदेश महामंत्री ने बताया कि 28 फरवरी को देहरादून में 11 बजे से धरना प्रदर्शन होगा। इसमें अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय महामंत्री हनान मौल्ला, संयुक्त मंत्री एनके शुक्ला मौजूद रहेंगे। बैठक को जिलाध्यक्ष त्रिलोचन सिंह, जगीर सिंह, राजेन्द्र सिंह, लखविन्दर सिंह, लोहर सिंह, परितोष सिंह, जितन्दर सिंह, गणेश सिंह, खड़क सिंह, मुख्तयार सिंह ने संबोधित किया।