ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तराखंड रुद्रपुरफीस दबाव बनाने, एनसीईआरटी पाठयक्रम न लागू करने पर होगी कार्यवाही: पांडेय

फीस दबाव बनाने, एनसीईआरटी पाठयक्रम न लागू करने पर होगी कार्यवाही: पांडेय

सोशल मीडिया के माध्यम से लॉकडाउन के दौरान स्कूल प्रबंधकों द्वारा फीस देने के दवाब की मिली रही शिकायतों के बाद प्रदेश के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने मुख्य सचिव, शिक्षा सचिव एवं प्रदेशभर के डीएम और...

फीस दबाव बनाने, एनसीईआरटी पाठयक्रम न लागू करने पर होगी कार्यवाही: पांडेय
हिन्दुस्तान टीम,रुद्रपुरFri, 01 May 2020 06:32 PM
ऐप पर पढ़ें

लॉकडाउन के दौरान स्कूल प्रबंधकों द्वारा फीस देने के लिये दबाव बनाने जैसी शिकायतों के बाद प्रदेश के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने मुख्य सचिव, शिक्षा सचिव एवं प्रदेशभर के डीएम और मुख्य शिक्षा अधिकारियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की। उन्होंने सख्त हिदायत दी कि किसी भी प्रकार से फीस का दबाव बनाने, एनसीईआरटी के पाठयक्रम को लागू नहीं करने पर विद्यालय की मान्यता रद्द की जाएगी। चेताया कि यदि किसी भी शिक्षा अधिकारी ने दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरती तो उसके खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई की जाएगी। शुक्रवार को कैबिनेट मंत्री पांडेय ने मुख्य सचिव, शिक्षा सचिव सहित सभी डीएम एवं सीईओ के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से कलक्ट्रेट सभागार में बैठक की। उन्होंने कहा कि वर्तमान में पूरा देश कोविड-19 से संघर्ष कर रहा है। ऐसे में सरकार की मंशा है कि आम आदमी को राहत दी जाए। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है कि कुछ निजी विद्यालयों द्वारा अभिभावकों से तीन माह की फीस मांगी जा रही है। ऐसे में अवैध फीस लेने वाले स्कूलों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने बताया कि ट्यूशन फीस के अलावा कोई भी शुल्क लेना सरकार के आदेशों का उल्लंघन माना जाएगा। स्कूलों के खुलने के बाद एक साथ फीस जमा नहीं करने वाले अक्षम परिवार किस्त के साथ फीस जमा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में सभी विद्यालय बंद हैं। इसके बावजूद भी बस, कंप्यूटर की फीस मांगे जाने की शिकायतें लगातार मिल रही हैं। उन्होंने सीईओ को निर्देश दिए कि ऐसे स्कूलों की जांच कर मान्यता रद्द करने की कार्रवाई होनी चाहिए। शिक्षा मंत्री पांडेय ने चेताया कि जो अधिकारी स्कूलों की हिटलरशाही के खिलाफ कार्रवाई नहीं करता पाया गया तो उसके खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई की जाएगी। वहीं अधिकारियों को एनसीईआरटी का ही पाठयक्रम लागू करने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि जो विद्यालय एनसीईआरटी के अलावा अन्य पब्लिकेशर्स का पाठ्यक्रम लागू कर रहे हैं। ऐसे स्कूलों को चिन्हित कर मान्यता रद्द करने सहित ठोस कदम उठाए जाएं। इस दौरान उन्होंने अभिभावकों से आह्वान किया कि स्कूलों की मनमानी की शिकायत उन्हें व्हाट्सएप नंबर पर भी दे सकते हैं। इसके बाद फौरन स्कूल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस मौके पर डीएम डॉ. नीरज खैरवाल, एसएसपी बरिंदरजीत सिंह, सीडीओ मयूर दीक्षित, एडीएम जगदीश चंद्र कांडपाल, एडीएम उत्तम सिंह चौहान, सीईओ आरसी आर्या, एके सिंह, खंड शिक्षाधिकारी डॉ. गुंजन अमरोही आदि मौजूद रहे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें