रुद्रपुर नर्स रेप-मर्डर केस में पीड़िता का मोबाइल फोन बरामद, SIT ने टेंपो चालक को दबोचा
Uttarakhand Nurse Rape Murder Case: रुद्रपुर के एक निजी अस्पताल में काम करने वाली नर्स के साथ कथित दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या के मामले की जांच कर रही एसआईटी ने पीड़िता का मोबाइल फोन यूपी के बरेली क्षेत्र से बरामद कर लिया है।
Rudrapur Nurse Rape Murder Case: रुद्रपुर के एक निजी अस्पताल में काम करने वाली नर्स के साथ कथित दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या के मामले की जांच कर रही एसआईटी को बड़ी कामयाबी मिली है। उत्तराखंड पुलिस की एसआईटी ने 33 वर्षीय नर्स का मोबाइल फोन यूपी के बरेली क्षेत्र से बरामद कर लिया है। अधिकारियों ने बताया कि एसआईटी ने इस संबंध में एक टेंपो चालक को गिरफ्तार किया गया है। उसी के पास मोबाइल फोन था।
बता दें कि 30 जुलाई को नर्स की कथित रूप से दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी। आठ अगस्त को नर्स की डेड बॉडी सड़ी गली हालत में उत्तराखंड-यूपी सीमा के समीप यूपी के बिलासपुर इलाके में एक कॉलोनी के पास झाड़ियों से बरामद की गई थी। इसके बाद से ही पुलिस उसके मोबाइल फोन को तलाश रही थी। एसआईटी आरोपी धर्मेंद्र कुमार को नर्स का मोबाइल बरामद करने के लिए लेकर गई थी, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली।
यूएस नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मंजूनाथ टीसी ने सोमवार को बताया कि रविवार को नर्स का मोबाइल फोन बरेली से बरामद कर लिया गया। दो दिन पहले एसआईटी को नर्स का मोबाइल फोन सक्रिय मिला तो उसने सर्विलांस शुरू कर दिया। एसआईटी को पता चला कि मोबाइल फोन यूपी में एक्टिव है। इसके बाद पुलिस ने मोबाइल इस्तेमाल करने के आरोप में बरेली से एक शख्स को पकड़ लिया।
पकड़े गए शख्स की पहचान बरेली के शाही कस्बे के रहने वाले बिहारी लाल के रूप में हुई है। वह टेंपो चालक है। बिहारी लाल ने पुलिस को बताया कि आरोपी धर्मेंद्र कुमार ने उसे यह मोबाइल फोन कुछ दिन अपने पास रखने के लिए दिया था। जब धर्मेंद्र कुमार फोन लेने के लिए नहीं लौटा तो उसने उसमें अपना सिम डाल दिया और उसका इस्तेमाल करने लगा।
एसएसपी ने बताया कि टेंपो चालक के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 317 (चोरी का माल रखना) के तहत मामला दर्ज किया गया है। जांच टीम यह भी पता कर रही है कि टेंपो चालक को अपराध के बारे में कोई जानकारी थी या नहीं। एसआईटी ने पहले पीड़िता की बेटी का मोबाइल फोन बरामद किया था, जिसे उसने बाजार में रिपेयर कराने के बाद अपने हैंडबैग में रखा था। हालांकि पीड़िता का फोन बरामद नहीं किया जा सका था।
उत्तराखंड पुलिस ने 30 जुलाई को यूएस नगर जिले के रुद्रपुर इलाके की रहने वाली 33 वर्षीय नर्स के कथित दुष्कर्म और हत्या की जांच के लिए 20 अगस्त को एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया था। 13 अगस्त को यूएस नगर पुलिस ने राजस्थान के जोधपुर इलाके से मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया था। आरोपी की पहचान उत्तर प्रदेश के बरेली निवासी दिहाड़ी मजदूर धर्मेंद्र कुमार (28) के रूप में हुई थी।
पुलिस के अनुसार, पीड़िता यूएस नगर के रुद्रपुर क्षेत्र में नैनीताल रोड पर एक निजी अस्पताल में नर्स के रूप में काम करती थी। वह 30 जुलाई को काम पर गई थी, लेकिन घर नहीं लौटी। अगले दिन, उसकी बहन ने रुद्रपुर पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। बाद में उसकी लाश 8 अगस्त को यूपी के बिलासपुर क्षेत्र में एक कॉलोनी के पास से बरामद की गई।
लाश की पहचान तो हो गई, लेकिन उसका पर्स और मोबाइल फोन गायब था। रुद्रपुर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो मोबाइल फोन की लोकेशन राजस्थान के जोधपुर इलाके में मिली। पुलिस जोधपुर पहुंची और आरोपी को ट्रैक किया।
उसकी पहचान बरेली जिले के शाही निवासी धर्मेंद्र कुमार के रूप में हुई। पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि उसने 30 जुलाई को नर्स को अकेला पाकर उसके साथ दुष्कर्म किया और दुपट्टे से उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी थी। आरोपी ने यह भी बताया था कि उसने पीड़िता के पर्स में रखे 3,000 रुपये और उसका मोबाइल फोन लेकर फरार हो गया था।
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