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कृषि क्षेत्र में रोजगार के लिए आगे आएं युवा : त्यागी

आईआईटी रुड़की ने ग्रामीण विकास में जैविक खेती की महत्ता पर इंस्टीट्यूट लेक्चर आयोजित किया। मुख्य वक्ता पदमश्री भारत भूषण त्यागी ने कहा कि भारतीय युवाओं को कृषि और इससे संबद्ध क्षेत्रों में रोजगार के...

कृषि क्षेत्र में रोजगार के लिए आगे आएं युवा : त्यागी
हिन्दुस्तान टीम,रुडकीMon, 21 Sep 2020 11:51 PM
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आईआईटी रुड़की ने ग्रामीण विकास में जैविक खेती की महत्ता पर इंस्टीट्यूट लेक्चर आयोजित किया। मुख्य वक्ता पदमश्री भारत भूषण त्यागी ने कहा कि भारतीय युवाओं को कृषि और इससे संबद्ध क्षेत्रों में रोजगार के लिए आगे आना चाहिए।

ग्रामीण विकास और आत्म-निर्भर भारत में जैविक खेती का योगदान विषय पर ऑनलाइन लेक्चर रीजनल कार्डिनेटिंग इंस्टीट्यूट, उन्नत भारत अभियान और आईआईटी रुड़की द्वारा संयुक्त रूप से आयोजन किया गया। कार्यक्रम का मकसद ग्रामीण भारत के विकास की राह मजबूत बनाने में जैविक खेती के योगदान पर विचार साझा करना और छात्रों को कृषि संबंधित चुनौतियों से अवगत कराना था। आईआईटी रुड़की में आरसीआई-यूबीए के समन्वयक प्रो. आशीष पांडे ने वेबिनार का शुभारंभ किया। मुख्य वक्ता पदमश्री भारत भूषण त्यागी रहे। उन्हें पदमश्री के अलावा भारतीय कृषि क्षेत्र में सराहनीय योगदान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रोग्रेसिव फार्मर अवार्ड, पंतनगर एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी द्वारा डॉक्टरेट ऑफ साइंस, ऑर्गेनिक वर्ल्ड कांग्रेस की ओर से धरती मित्र सम्मान मिल चुके हैं। अब तक वह अस्सी हजार से अधिक किसानों को निशुल्क प्रशिक्षित कर चुके है। पदमश्री भारत भूषण त्यागी ने कहा कि कृषि ग्रामीण भारत का आधार है और यह क्षेत्र देश में सबसे बड़ा नियोक्ता है। कृषि आधार को मजबूत बनाने से खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने, रोजगार पैदा करने, सहायक औद्योगिक विकास को सुगम बनाने और राष्ट्रीय आय बढ़ाने में मदद मिलेगी। भारतीय युवाओं को कृषि और इससे संबद्ध क्षेत्रों में रोजगार के लिए आगे आना चाहिए। यह क्षेत्र ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में अहम योगदान दे सकता है। आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. अजीत चतुर्वेदी ने कहा कि पदमश्री भारत भूषण त्यागी जैविक खेती की दिशा में भारत के प्रयासों के ध्वजवाहक हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपनी सफलता के साथ उन्होंने यह दिखा दिया है कि जैविक खेती लोगों का आंदोलन बन सकती है। कृषि के लिए अपने योगदान के लिए कई सम्मान पाने वाले त्यागी आज की पीढ़ी के रोल मॉडल हैं। आईआईटी रुड़की के उपनिदेशक प्रो. एम परीदा ने कहा कि ग्रामीण विकास में सक्रिय भागीदारी के लिए संस्थान की प्रेरणा को पदमश्री भारत भूषण त्यागी के अनुभव से ताकत मिलेगी।

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