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बेमौसम बारिश से किसानों के चेहरे पर खींची चिंता की लकीरे

जिसके कारण किसानों के चेहरो पर चिंता की लकीरें साफ दिखाई दे रही है। क्षेत्र के किसान महेंद्र, साधूराम, जनेशर, इरफान, गुलफाम, अरविंद मुसर्रत आदि किसानों का कहना है की जो गेहूं की फसल खेतों में खड़ी है...

बेमौसम बारिश से किसानों के चेहरे पर खींची चिंता की लकीरे
हिन्दुस्तान टीम,रुडकीMon, 27 Apr 2020 05:57 PM
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क्षेत्र में हो रही बेमौसम बारिश के कारण किसानों की खेतों में कटी पड़ी गेहूं की फसल भीगने से किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरें साफ नजर आ रही है। पहले ही किसान बारिश की भारी मार झेल चुके हैं। लेकिन अब कटी हुई गेहूं की फसल भीगने से किसानों को भारी नुकसान उठाने को मजबूर होना पड़ेगा। इस बारिश से किसानों के गन्ना की बुवाई भी प्रभावित हो गई है।क्षेत्र में दो दिन से हो रही बेमौसम बारिश के कारण किसानो की खेतों में कटी पड़ी सैकड़ों बीघा गेहूं की फसल भीग गई है। जिसके कारण किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरें साफ दिखाई दे रही है। क्षेत्र के किसान महेंद्र, साधूराम, जनेशर, इरफान, गुलफाम, अरविंद मुसर्रत आदि किसानों का कहना है की जो गेहूं की फसल खेतों में खड़ी है उसका इतना नुकसान नहीं है लेकिन जो सैकड़ो बीघा गेहूं की फसल कटी हुई पड़ी है उसके खराब होने की चिंता सता रही है। गेहूं के काला पड़ जाने की संभावना अधिक हो गई है। अगर यही हाल रहा तो गेहूं के जड़ सड़ने की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। उनका कहना है कि अगर मंगलवार को मौसम साफ नहीं होता तो खेतों में कटी पड़ी गेहूं की फसल बेकार हो जाएगी तथा गेहूं खाने लायक नहीं रहेगा। जिससे किसानों को अधिक नुकसान होगा जिसकी भरपाई करना किसानों के लिये मुश्किल होगा। इस बेमौसम बारिश से अब गन्ने की बुवाई भी प्रभावित हो गई है।

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