टिकट की थकाऊ प्रक्रिया ने झुंझलाहट बढ़ाई
कांग्रेस में रुड़की उन चुनिंदा सीटों में शामिल है, जिसे पार्टी ने रोक रखा है। दो खेमें आमने-सामने हैं और दावेदारों का इंतजार बढ़ रहा है। उनके...
कांग्रेस में रुड़की उन चुनिंदा सीटों में शामिल है, जिसे पार्टी ने रोक रखा है। दो खेमें आमने-सामने हैं और दावेदारों का इंतजार बढ़ रहा है। उनके समर्थकों में बेचैनी साफ नजर आ रही है।
रुड़की में कांग्रेस की गुटबाजी पहले से रही है। विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले पार्टी ने जब कार्यक्रम किए थे तब भी दावेदार अलग-अलग छोर पर खड़े दिखाई दिए। कांग्रेस की दूसरी सूची में भी रुड़की का नाम फाइनल नहीं हो पाया। यह सीट हरीश रावत बनाम प्रीतम सिंह के खेमों के बीच फंस गई है। जोर-आजमाइश इतनी जबरदस्त है कि कोई भी खेमा हथियार डालने को राजी नहीं है। अब तक जो सीटें घोषित हुई हैं उसमें हरीश रावत खेमे को तवज्जो मिली है। टिकट को लेकर जितना लंबा मामला खिंच रहा है उतनी ही बेचैनी दावेदारों के समर्थकों में बढ़ रही है। टिकट होने की ही इस थकाऊ प्रक्रिया ने उनकी झुंझलाहट को बढ़ा दिया है।