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जैव विविधता को बाजारवादी दृष्टि से बचाएं: डॉ. निशंक

सांसद एवं पूर्व सीएम डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि जैव विविधता को बाजारवादी दृष्टि से बचाने की विशेष आवश्यकता...

जैव विविधता को बाजारवादी दृष्टि से बचाएं: डॉ. निशंक
हिन्दुस्तान टीम,रुडकीSun, 06 Jan 2019 10:39 PM
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सांसद एवं पूर्व सीएम डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि जैव विविधता को बाजारवादी दृष्टि से बचाने की विशेष आवश्यकता है। उन्होंने युवा पीढ़ी से आह्वान किया कि वह भारत के प्राचीन मूल्यों एवं सांस्कृतिक के अनुरूप जैव विविधता के संरक्षण में भूमिका निभाए।

लंढौरा चमनलाल महाविद्यालय जैव विविधता विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हरिद्वार सांसद एवं पूर्व सीएम डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने जैव विविधता के महत्व एवं हिमालय क्षेत्र की जैव विविधता पर प्रकाश डाला। सांसद ने कहा कि प्रकृति एवं प्रवृति में संतुलन होना चाहिए। कहा कि अगर दोनों में एक भी दूषित होती है तो जैव विविधता समस्या उत्पन्न हो जाती है।

सासंद ने जैव विविधता पर वर्ष 2013 में केदारनाथ में आपदा का उदाहरण भी बताया। कहा कि प्रवृति के विपरीत कार्य होने से संकटों का कारण बनता है। कहा कि आज ये समस्या पूरी दुनिया के लिए बनी हुई है। कार्यक्रम में छात्रा साक्षी, छात्र अब्दुलरहमान, सय्यद मुराद ने सांसद से कुछ सवाल भी किए। कार्यक्रम में प्रो. ललित तिवारी, वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अम्बरीष कुमार वक्ताओं के रूप में उपस्थित रहे। कॉलेज प्रबंध समिति अध्यक्ष रामकुमार ने कहा कि जैव विविधता के संरक्षण के लिए हमे अपनी धार्मिक सांस्कृतिक परम्पराओं से प्रेरणा लेनी चाहिए। कार्यक्रम में सांसद ने प्राचार्य डॉ. सुशील उपाध्याय के कार्यों की तारीफ की। सांसद ने कॉलेज के पुस्तकालय को विकसित करने के लिए अपनी निधि से दस लाख रुपये देने की घोषणा भी की। इससे पहले शोध सार के ई संकल्प और वर्तमान परिपेक्ष में डॉ. बीआर आंबेडकर के विचारों की प्रसांगिकता विषय पर केंद्रित किताब का विमोचन भी किया गया।

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