सीएचसी के बजाय नर्सिंग होम में भर्ती कराई प्रसूता
बालावाली की आशा गर्भवती को लाई थी लक्सर बालावाली की आशा गर्भवती को लाई थी लक्सर निजी अस्पताल ने थमा दिया 32 हजार का बिल लक्सर। हमारे संवाददाता बालावाली की आशा कार्यकत्री ने गांव की गर्भवती महिला को...
बालावाली की आशा कार्यकर्ता ने गांव की गर्भवती महिला को सरकारी अस्पताल ले जाने के बजाय उसे लक्सर के निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया। 32 हजार का बिल आने के बाद प्रसूता के परिजनों की शिकायत पर एसडीएम ने अस्पताल पहुंचकर जांच की है। एसडीएम ने आशा के खिलाफ कार्रवाई के आदेश स्वास्थ्य विभाग को दिए हैं। बालावाली गांव निवासी राहुल कुमार की पत्नी ममता को एक बेटा पहले से है। इसी साल दूसरी बार गर्भधारण करने के बाद से ही गर्भवती महिला गांव की आशा कार्यकर्ता के संपर्क में थी। आशा समय-समय पर लक्सर सीएचसी लाकर उसका टीकाकरण भी करा रही थी। चार दिन पूर्व ममता को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने आशा को बुलवाया तथा अस्पताल ले जाने को कहा। आरोप है कि आशा उसे लेकर लक्सर तो आई परंतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाने के बजाय उसे सोसायटी रोड पर स्थित एक नर्सिंग होम ले गई और वहीं भर्ती करा दिया। अगले दिन नर्सिंग होम के डॉक्टर ममता की हालत गंभीर बताते हुए उसे अपनी एंबुलेंस से हरिद्वार के एक अस्पताल ले गए और वहां सीजेरियन ऑपरेशन से उसका प्रसव कराने के बाद वापस अपने नर्सिंग होम ले आए। शनिवार को छुट्टी के समय अस्पताल प्रबंधन ने ममता के परिवार के लोगों को 32 हजार रुपये का बिल थमाया तो उनके होश उड़ गए। उन्होंने मामले की शिकायत एसडीएम से की। शिकायत पर एसडीएम कौस्तुभ मिश्र व लक्सर सीएचसी के चिकित्सा अधिकारी गोपाल गुप्ता ने अस्पताल पहुंचकर जांच की। जांच में आशा कार्यकर्ता की लापरवाही सामने आने के बाद एसडीएम ने उसके खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने के आदेश सीएचसी के अधीक्षक को दिए हैं।