नंदी की मूर्ति के दूध पीने की अफवाह पर दौड़े लोग
क्षेत्र में सुबह ही बाक्करपुर गांव के मंदिर में भगवान शिव के वाहन नंदी द्वारा दूध पीने की अफवाह फैल गई। खबर लगते ही बाक्करपुर के अलावा आसपास के कई गांवों से सैकड़ों लोग नंदी को दूध पिलाने के लिए...
क्षेत्र में सुबह ही बाक्करपुर गांव के मंदिर में भगवान शिव के वाहन नंदी द्वारा दूध पीने की अफवाह फैल गई। खबर लगते ही बाक्करपुर के अलावा आसपास के कई गांवों से सैकड़ों लोग नंदी को दूध पिलाने के लिए मंदिर पर पहुंच गए। लिखे जाने तक मंदिर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी हुई है।
लक्सर तहसील के बाक्करपुर गांव में निरंजनपुर रायसी रोड पर पुराना शिव मंदिर बना हुआ है। इसमें भगवान शिव की प्रतिमा के साथ ही उनके वाहन नंदी बैल की भी छोटी सी मूर्ति लगी हुई है। रविवार सुबह ही गांव में अफवाह फैल गई कि मंदिर में लगी नंदी की प्रतिमा दूध पी रही है। इसके बाद मंदिर में गांव के लोगों का तांता लग गया। सभी लोग नंदी की मूर्ति को अपने हाथ से दूध पिलाने की कोशिश में धक्कामुक्की करने लगे। इसी दौरान सूचना मिलने पर आसपास के प्रतापपुर, निरंजनपुर, खानपुर ब्रह्मपुर, महाराजपुर, भगतनपुर, भिक्कमपुर, फतवा, रायसी, रणजीतपुर, कबूलपुरी सहित कई गांवों के सैकड़ों लोग भी दूध का बर्तन लेकर मंदिर परिसर में इकट्ठा हो गए। श्रद्धालु अंकित सैनी, चरण सिंह, अजय गुप्ता, सूर्यकांत बजरंगी, यशपाल कश्यप, समय सिंह ने बताया कि चम्मच में दूध लेकर नंदी के मुंह पर लगाने के तीन, चार सेकेंड में दूध खत्म हो जाता है। अर्जुन, मोनु, शत्रुध्न, राधेश्याम, पूजा, राखी, मुकुल, विमल,संकित, सौरभ, सन्नी, सुंदर, मदन, राकेश आदि ने भी नंदी की प्रतिमा द्वारा दूध पीए जाने की पुष्टि की है। उधर, मूर्तिकला के जानकार रोहित सांगवान ने बताया कि संगमरमर की मूर्ति में सेल होते हैं। ये सेल कई बार तरल पदार्थ को सोखने लगते हैं। इसी की वजह से मूर्ति द्वारा दूध पीने का भ्रम हो सकता है।