गर्मी में बढ़ोतरी से जिले के एक लाख किसान चिंतित
एक लाख से अधिक किसान चिंता में हैं। हरिद्वार जिले के किसान गन्ने के अलावा मुख्यत: गेहूं और धान की फसल पैदा...

अभी मार्च का पहला पखवाड़ा ही चल रहा है, परंतु तेज धूप से तापमान बढ़कर अप्रैल, मई जैसी गर्मी का अहसास करा रहा है। गर्मी में अचानक हुई बढ़ोतरी का असर जिले में गेहूं की पैदावार पर पड़ेगा। कृषि विभाग भी इसकी पुष्टि कर रहा है। इस संभावना को देखते हुए जिले के एक लाख से अधिक किसान चिंता में पड़ गए हैं।
हरिद्वार जिले के किसान गन्ने के अलावा मुख्यत: गेहूं और धान की फसल पैदा करते हैं। इस साल भी करीब एक लाख किसानों ने लगभग 45 हजार हेक्टेअर जमीन पर गेहूं की फसल बो रखी है। लेकिन इस बार समय से पहले बढ़े तापमान ने किसानों को चिंता में डाल दिया है। फिलहाल दिन के समय क्षेत्र में तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच रहा है। जबकि इतना तापमान आम तौर पर अप्रैल के अंत में या फिर मई के महीने में होता है। किसान रकम सिंह, नकलीराम, जोगासिंह ने बताया कि अमूमन मार्च के अंतिम या अप्रैल के पहले सप्ताह में तापमान गर्म होता है। इसी गर्मी से गेहूं का दाना पकता है। इस बार तीन हफ्ते पहले ही गर्मी होने लगी है। किसान महक सिंह, गोरख सिंह, कुशलपाल, राजपाल सिंह ने बताया कि गर्मी के कारण गेहूं की फसल वक्त से पहले पक जाएगी, जिसका असर सीधे गेहूं की पैदावार पर पड़ेगा। किसान राजसिंह, चंद्रपाल, जितेंद्र कुमार ने बताया कि समय से पहले गर्म हुए मौसम के कारण गेहूं की प्रति हेक्टेअर पैदावार में पचास प्रतिशत तक की कमी आ सकती है। इससे गेहूं के दाने की गुणवत्ता भी प्रभावित होगी।
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तापमान बढ़ना गेहूं के लिए नुकसानदायक है। इससे गेहूं की फसल समय से पहले (प्रीमैच्योर) पक सकती है। फसल पर इसका असर जरुर पड़ेगा, पर पैदावार किस हद तक प्रभावित होगी, इस बाबत अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है।
विजय देवराड़ी, मुख्य कृषि अधिकारी, हरिद्वार
