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खानपुर बन सकता है जापानी मिंट की खेती का हब

जापानी मिंट की खेती के लिए उपयुक्त है खानपुर क्षेत्र खानपुर के साठ किसान इसकी खेती के लिए चयनित लक्सर। हमारे संवाददाता लक्सर के खानपुर में जापानी मिंट की खेती का हब बन सकता है। यहां की मिट्टी और...

खानपुर बन सकता है जापानी मिंट की खेती का हब
हिन्दुस्तान टीम,रुडकीThu, 25 Jan 2018 05:14 PM
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खानपुर जापानी मिंट की खेती का हब बन सकता है। यहां की मिट्टी और जलवायु इसकी खेती के लिए उपयुक्त है। इसे देखते हुए राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड उत्तराखंड ने सेलाकुई स्थित सगंध पौधा केंद्र के सहयोग से यहां के साठ किसानों का चयन इसकी खेती के लिए किया है।जापानी मिंट आम घरों में प्रयोग होने वाले पुदीने की ही एक अत्यंत उन्नत प्रजाति है। इसका प्रयोग हर्बल दवाओं के अलावा टूथपेस्ट, साबुन, हेयर ऑयल आदि में होता है। इसकी बढ़ती मांग को देखते हुए राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड और सगंध पौधा केंद्र द्वारा किसानों को इसकी खेती के लिए प्रेरित किया जा रहा है। बोर्ड के सूत्रों के मुताबिक इसकी खेती के लिए खानपुर क्षेत्र की मिट्टी और जलवायु खासी उपयुक्त है। लिहाजा बोर्ड ने जापानी मिंट की खेती कराने के लिए खानपुर क्षेत्र के साठ किसानों का चयन किया है। गुरुवार को खानपुर में एक दिवसीय शिविर लगाकर इन किसानों को इसकी खेती का प्रशिक्षण दिया गया। सीमैप लखनऊ के पूर्व वैज्ञानिक डॉ. जीपी सिंह ने किसानों को इसकी नर्सरी तैयार करने की विधि बताई। वैज्ञानिक डॉ. आरके यादव ने कहा कि जापानी मिंट की खेती से किसान गन्ने के मुकाबले दोगुनी ज्यादा आय ले सकते हैं। इसकी खेती पर सरकार 50 प्रतिशत की सब्सिडी दे रही है। साथ ही सगंध पौधा केंद्र भी तकनीकी मदद करेगा। शंकर लाल सागर एसएस बत्र्वाल, परमवीर सिंह पंवार, नरेंद्र शर्मा, अशोक रतन, नरेश शर्मा ने भी उपयोगी जानकारियां दी। शिविर में करण सिंह, बुध सिंह, महेंद्र सिंह, विरेंद्र, पहल सिंह, रोबिन सिंह, नरेश कुमासर, सुरेंद्र सिंह, राजेंद्र सिंह आदि किसान मौजूद रहे।

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