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बोर्ड परीक्षाफल बनाने का फार्मूला नकारा

प्रदेश में बोर्ड परीक्षाओं का परीक्षाफल बनाने के लिए फार्मूले को तैयार करने की उहापोह की स्थिति के बीच उत्तराखंड माध्यमिक शिक्षक संघ ने ऑनलाइन आपात...

बोर्ड परीक्षाफल बनाने का फार्मूला नकारा
हिन्दुस्तान टीम,रुडकीWed, 23 Jun 2021 05:20 PM
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प्रदेश में बोर्ड परीक्षाओं का परीक्षाफल बनाने के लिए फार्मूले को तैयार करने की उहापोह की स्थिति के बीच उत्तराखंड माध्यमिक शिक्षक संघ ने ऑनलाइन आपात बैठक की। प्रदेश पदाधिकारियों, जिलाध्यक्षों, जिला मंत्रियों और अन्य सदस्यों ने 22 जून को घोषित फार्मूले का कड़ा विरोध करते हुए इसे प्रदेश के छात्रों के हित के खिलाफ बताया।

संगठन के प्रदेश अध्यक्ष डा. अनिल शर्मा ने कहा कि एक ओर शासन की ओर गठित उच्च स्तरीय समिति की बैठक के बाद निदेशक और अपर निदेशक प्रदेश भर के स्कूलों से यह जानकारी मांग रहे हैं कि मासिक, अर्द्धवार्षिक और प्री- बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन हुआ कि नहीं। इस सूचना को भेजे जाने की तारीख 24 जून है। फिर भी बिना जानकारी एकत्र किए आनन फानन में परीक्षाफल बनाने का फार्मूला घोषित कर दिया गया। यह विरोधाभासी निर्णय है। शिक्षकों के सुझावों को भी दरकिनार कर दिया गया है। डा. शर्मा ने कहा कि इस फार्मूले से प्रदेश के इंटरमीडिएट के उन प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को नुकसान होगा जिनको परीक्षाफल प्रतिशतता के आधार पर दिल्ली यूनिवर्सिटी, जेएनयू, प्रयागराज, काशी आदि में प्रवेश लेना होगा। प्रदेश महामंत्री जगमोहन सिंह रावत ने कहा कि कक्षा 10 और 12 में कक्षा 9 व कक्षा 11 की अपेक्षा अधिक अंक आते हैं। बोर्ड परीक्षाओं के लिए परीक्षार्थी अपेक्षाकृत अधिक मेहनत करते हैं। जिलाध्यक्षों ने एक स्वर में कहा कि घोषित फॉर्मूले में विषय अध्यापक पर अविश्वास व्यक्त किया गया है। विषय अध्यापकों के द्वारा कक्षा 10 और कक्षा 12 में 30 से लेकर 40 फीसदी आंतरिक मूल्यांकन के रखने का सुझाव दिया था। कहा कि विषय अध्यापक बच्चों की प्रतिभा और योग्यता से सबसे अधिक परिचित होता है। प्रयोगात्मक विषयों में 20, 30 अथवा 70 अंक की परीक्षा के प्राप्तांक पहले से ही बोर्ड के पास हैं। जिन विषयों में प्रयोगात्मक परीक्षा नहीं है, उनमें ये अंक विषय अध्यापकों द्वारा दिये जायें। मांग की गई कि परीक्षाफल का फार्मूला ऐसा बनाया जाए कि प्रत्येक परीक्षार्थी के उत्तीर्ण होने के साथ- साथ मध्यम तथा प्रतिभाशाली बच्चों का नुकसान न हो। वर्चुअल बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष प्रदीप त्यागी, विजय प्रधान, प्रदेश सलाहकार अविनाश शर्मा, हेम कबड़वाल, प्रदेश मंत्री एमसी पांडे, रामकुमार चौहान, महावीर मेहता आदि मौजूद रहे।

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